G NEWS 24 : पाकिस्तान को चेतावनी देने वाली इन दो नारियों को देश कर रहा सलाम !

पूरे देश में इस समय इनकी चर्चा की जा रही है...

पाकिस्तान को चेतावनी देने वाली इन दो नारियों को देश कर रहा सलाम !

भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक के बाद सेना की ओर से प्रेस ब्रीफिंग को दो महिला अधिकारियों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका ने दी. मीडिया के सामने पहली बार आईं इन दोनों अधिकारियों की हर कोई तारीफ कर रहा है और पूरे देश में इस समय इनकी चर्चा की जा रही है. भारत की नारी शक्ति का सशक्त रूप को पूरी दुनिया ने देखा. इन दोनेों अधिकारियों की हर कोई तारीफ कर रहा है और सोशल मीडिया पर इन दोनों महिला अधिकारियों के बारे में हर कोई जानना चाह रहा है। 

बुधवार को भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिए जाने के बाद मीडिया को जानकारी देने वाली दो महिला अधिकारियों में से एक कर्नल सोफिया कुरैशी 1999 में भारतीय सेना के सिग्नल कोर में शामिल हुईं और 2016 में बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी के रूप में प्रसिद्धि पाईं. 1974 में गुजरात के वडोदरा में एक सैन्य परिवार में जन्मी कर्नल कुरैशी ने 1997 में मनोनमनियम सुंदरनार (एमएस) विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में मास्टर डिग्री हासिल की. गुजरात सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि उनके दादा भी सेना में थे. कर्नल कुरैशी के पति मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री में एक अधिकारी है, कर्नल कुरैशी 2016 में आसियान प्लस बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास 'फोर्स 18'" में भाग लेने वाले 18 देशों में से एकमात्र महिला कमांडर थीं. 

ऑपरेशन पराक्रम कर्नल कुरैशी ने दिसंबर 2001 में भारतीय संसद पर हमले के बाद पंजाब सीमा पर ऑपरेशन पराक्रम के दौरान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थीं. उन्होंने अपनी अनुकरणीय सेवा के लिए जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C) से प्रशंसा पत्र अर्जित किया. उनका योगदान सिऱ् युद्ध के मैदान तक ही सीमित नहीं है, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय शांति अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. संयुक्त राष्ट् शांति अभियानों के हिस्से के रूप में, उन्होंने 2006 से शुरू होकर छह साल के कार्यकाल के लिए कांगो में सेवा की. उन्होंने कहा, "संघर्ष क्षेत्रं में शांति लाने के प्रयास मेरे लिए गर्व का क्षण रहे हैं। 

व्योमिका सिंह की भारतीय वायुसेना में यात्रा बहुत कम उग्र में ही शुरू हो गई थी. स्कूल के दिनों से ही आसमान से प्रेरित होकर, उनका नाम ही - व्योमिका, जिसका अर्थ है "आसमान में रहने वाली", उनकी किस्मत लिखने लगा, इंजीनियरिंग स्नातक, वह अपने परिवार में सशस्त्र बलों में शामिल होने वाली पहली महिला बनीं और उन्हें हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना में कमीशन दिया गया दुश्मन इलाकों में 2,500 से ज़्यादा घंटों की उड़ान भरने वाली पायलट बनीं। विंग कमांडर सिंह ने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर सहित भारत के कुछ सबसे मुश्किल इलाकों में चेतक और चीता जैसे विमानों को उड़ाते हुए 2,500 से जयादा घंटों की उड़ान भरी है. नवंबर 2020 में, उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने कठोर मौसम और ऊँचाई वाले इलाकों में उड़ान भरी। 

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