केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय (MHA) के आदेश पर...
युद्ध जैसी स्थिति से निपटने के लिए, देशभर में कई जगहों पर मॉक ड्रिल शुरू, !
नई दिल्ली। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के भीतर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद देशभर में कई जगहों पर मॉक ड्रिल हो रही है। सरकार ने 7 मई को कई राज्यों में मॉक ड्रिल करवाने के निर्देश दिए थे। इस दौरान सिविल डिफेंस से जुड़े लोगों को आपात स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय (MHA) के आदेश पर बुधवार को देशभर में मॉक ड्रिल (आपातकालीन अभ्यास) आयोजित किया गया। इस कड़ी में दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) के टर्मिनल 3 पर भी एक बड़ी मॉक ड्रिल की गई। ड्रिल के दौरान सुरक्षा एजेंसियों और एयरपोर्ट स्टाफ ने मिलकर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया और यात्रियों को दिशा-निर्देश दिए कि ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
दिल्ली में मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को सिखाई गई आपातकाल में बचाव की तैयारी
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के विभिन्न इलाकों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। पश्चिमी दिल्ली की जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. किन्नी सिंह ने बताया कि डीएलएफ कैपिटल ग्रीन्स में मॉक ड्रिल की गई, जिसमें स्थानीय निवासियों को आपातकालीन हालात से निपटने की जानकारी दी गई। डॉ. सिंह ने आगे बताया कि लोगों को बताया गया कि संकट की घड़ी में क्या करना चाहिए, कहां शरण लेनी चाहिए और अफवाहों से कैसे बचा जाए। उन्हें सुरक्षित स्थानों और आश्रय स्थलों की जानकारी भी दी गई। इस अभ्यास का उद्देश्य लोगों को सतर्क करना और तैयार रहना सिखाना है, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में नुकसान को कम किया जा सके।
मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले से बचाव को लेकर लोगों को किया गया सतर्क
देहरादून के इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेश पर हर जगह मॉक ड्रिल की जा रही है। इसी कड़ी में एक जगह सायरन बजाकर अभ्यास किया गया और सिविल डिफेंस टीम के साथ मिलकर आम लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल का मकसद यह सिखाना है कि हवाई हमला या किसी भी तरह के हमले के समय कैसे खुद को सुरक्षित रखा जाए और किन बातों का ध्यान रखा जाए। इससे भविष्य में अगर कोई आपात स्थिति आती है, तो समय रहते जरूरी कदम उठाए जा सकें। इस दौरान लोगों को बताया गया कि ऐसे हालात में घबराने की बजाय सतर्क रहना, अफवाहों से बचना और सरकारी निर्देशों का पालन करना कितना जरूरी है।
मॉक ड्रिल के दौरान देहरादून के ISBT और कॉलोनी में बचाव अभ्यास
देहरादून के ISBT और एमडीडीए कॉलोनी में एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित किया गया। इस दौरान सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन भी किया गया। मामले में एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि यह अभ्यास युद्ध जैसी स्थिति में लोगों को सही तरीके से प्रतिक्रिया देना सिखाने के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि इस समय हालात युद्ध की ओर इशारा कर रहे हैं, ऐसे में जरूरी है कि लोग घबराएं नहीं और अफवाहों पर ध्यान न दें। साथ ही उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें, घरों के परदे खींचे रखें, लाइटें बंद रखें और अपने आस-पास के लोगों की खैरियत पूछते रहें।
दिल्ली के NDMC ऑफिस में मॉक ड्रिल
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को NDMC ऑफिस में एक व्यापक मॉक ड्रिल (आपातकालीन अभ्यास) किया गया।
महाराष्ट्र में इन स्थानों पर मॉक ड्रिल
महाराष्ट्र में मॉक ड्रिल के लिए जिन क्षेत्रों का चयन किया गया है उसमें मुंबई, ठाणे, पुणे, नासिक, उरण, तारापुर, रोहा-नागोठाणे, मनमाड, सिन्नर, पिंपरी-चिंचवड़, छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद), भुसावल, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और थाल-वैशेट शामिल हैं। ये मॉक ड्रिल हवाई हमले के अलर्ट, आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल और सार्वजनिक सुरक्षा उपायों की तैयारियों पर केंद्रित होगी। इसमें सिविल डिफेंस वार्डन, होमगार्ड, स्वयंसेवक, एनसीसी, एनएसएस के अलावा छात्र-छात्राएं व स्थानीय निवासी शामिल होंगे।
महाराष्ट्र में मुंबई, पुणे और ठाणे सहित 16 स्थानों पर बजेगा युद्ध का सायरन
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध का सायरन बजने वाला है। बुधवार को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत महाराष्ट्र के ठाणे और पुणे जैसे प्रमुख शहरों में 16 स्थानों पर हमले की स्थिति में आपातकालीन तैयारियों का परीक्षण करने के लिए मॉक ड्रिल की जाएगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस संबंध में मुख्य सचिव और गृह सचिव के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 7 मई को राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास की घोषणा की है, जिसमें महाराष्ट्र भी शामिल है। बुधवार को महाराष्ट्र में भी मॉक ड्रिल होगा। लेकिन, यह नहीं बता सकता कि किन-किन स्थानों पर ऐसा होगा। वहीं, महाराष्ट्र सिविल डिफेंस के निदेशक प्रभात कुमार ने कहा कि बुधवार को पूरे महाराष्ट्र में मॉक ड्रिल की जाएगी। इसमें तटीय क्षेत्र खासतौर से शामिल है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के अधीन आने वाली सभी एजेंसियां मॉक ड्रिल में हिस्सा लेंगी जिसमें करीब 10,000 प्रशिक्षित वॉलेंटियर शामिल होंगे।
गुजरात के 13 जिलों में 19 स्थानों पर बुधवार को मॉक ड्रिल
गुजरात के मंत्री हर्ष संघवी ने मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में मॉक ड्रिल के लिए अधिकारियों द्वारा तैयार की गई कार्य योजना की समीक्षा की गई। राज्य के जिन 19 स्थानों पर ‘मॉक ड्रिल’ होनी है, उनमें अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, काकरापार (सूरत), जामनगर, गांधीनगर, कच्छ, भुज (कच्छ), नलिया (कच्छ), कांडला (कच्छ), वाडिनार (जामनगर), भावनगर, भरूच, अंकलेश्वर (भरूच), ओखा (देवभूमि द्वारका), डांग, मेहसाणा, नर्मदा और नवसारी शामिल है।
पंजाब में बुधवार को 20 स्थानों पर होने वाली मॉक ड्रिल
पंजाब सरकार में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि बुधवार को राज्य में जिन 20 स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी, उनमें फिरोजपुर, लुधियाना, अमृतसर, बठिंडा, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, पटियाला, पठानकोट, बरनाला और मोहाली शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल के आयोजन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और इस अभ्यास के दौरान गृह मंत्रालय के निर्देशों का पालन किया जाएगा।
ओडिशा के 12 जिलों में मॉक ड्रिल
ओडिशा सरकार ने मंगलवार को यहां एक तैयारी बैठक की, जिसमें अग्निशमन सेवा के महानिदेशक सुधांशु सारंगी ने बताया कि गृह मंत्रालय ने ओडिशा समेत सभी राज्यों से बुधवार को शाम चार बजे मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल अंगुल, खुर्दा, बालासोर, भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, गंजम, ढेंकनाल, पुरी, कोरापुट, संबलपुर और सुंदरगढ़ में की जाएगी।
मध्यप्रदेश में भोपाल और इंदौर ग्वालियर सहित पांच जिलों में ‘मॉक ड्रिल’
प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि राज्य में ‘मॉक ड्रिल’ के लिए संबंधित अधिकारियों को विस्तृत निर्देश जारी किए गए हैं। यादव ने मंगलवार को कहा कि बुधवार को होने वाली ‘मॉक ड्रिल’ के संबंध में जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बुधवार को इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में शाम चार बजे से ‘मॉक ड्रिल’ की जाएगी।
संभावित ब्लैकआउट की स्थिति में जरूरी चीजें रखें पास
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय में चल रही बैठक में देश भर में 244 नागरिक सुरक्षा प्रतिष्ठानों की स्थिति की समीक्षा की जा रही है। समीक्षा इस बात पर केंद्रित है कि मौजूदा उपकरण काम कर रहे हैं या उनकी मरम्मत की आवश्यकता है। बैठक में यह भी देखा जा रहा है कि आपातकालीन हालात में नागरिकों को कैसे प्रशिक्षित किया जाए। हवाई हमले के सायरन के प्रति जनता की प्रतिक्रिया, ब्लैकआउट के दौरान की जाने वाली कार्रवाई और आवश्यक आपूर्ति की तैयारियों पर भी बात की गई। अधिकारियों ने संभावित ब्लैकआउट के लिए तैयार रहने के लिए घरों में चिकित्सा किट, मशालें, मोमबत्तियां और नकदी रखने की जरूरत पर जोर दिया।
किन-किन जिलों में अभ्यास की तैयारी
राजस्थान, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर जैसे सीमावर्ती राज्यों में स्थित इन जिलों को अभ्यास करने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली, पश्चिम बंगाल और पंजाब जैसे राज्यों में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक सक्रिय हैं। ये नियमित रूप से यातायात और भीड़ प्रबंधन सहित नागरिक कर्तव्यों में लगे रहते हैं। भारत की नागरिक सुरक्षा प्रणाली मुख्य रूप से स्वैच्छिक आधार पर संचालित होती है, जिसे वेतनभोगी कर्मियों के एक छोटे से समूह की ओर से नियंत्रित किया जाता है। आपात स्थिति के दौरान इसे बढ़ाया जाता है।
देश में युद्ध की आशंका है और तैयारियां चल रही हैं लेकिन यहां हमारी राजस्थान की सरकार गायब है...
7 मई को देश भर में आयोजित होने वाली मॉक ड्रिल पर कांग्रेस विधायक और राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, पूरे देश में युद्ध की आशंका है और तैयारियां चल रही हैं लेकिन यहां हमारी राजस्थान की सरकार गायब है... आज पूरा देश चिंतित है... सरकार अप्रशिक्षित लोग चला रहे थे और सरकार काम नहीं कर पा रही थी।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर महबूबा ने उपराज्यपाल को लिखा पत्र
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखकर कहा कि पहलगाम हमले पर सुरक्षा एजेंसियों की प्रतिक्रिया ‘‘मनमानी कार्रवाई’’ प्रतीत होती है। उन्होंने सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिए जाने या कड़े सार्वजनिक सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किए जाने की ओर इशारा किया। आगामी दिनों में अमरनाथ यात्रा शुरू होने का जिक्र करते हुए महबूबा ने गिरफ्तारी और दंडात्मक उपायों की नीति को समाप्त करने तथा निर्दोष लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सिन्हा से हस्तक्षेप करने का भी आग्रह किया।
कल पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक
पीएम मोदी की अध्यक्षता में कल सुबह 11 बजे केंद्रीय कैबिनेट की बैठक होगी।
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