मानदेय में से 10,000 रुपयों की मांग की थी...
लोकायुक्त की टीम ने ब्लॉक मैनेजर को रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा !
जनपद पंचायत मोहखेड़ में पदस्थ आजीविका मिशन के प्रभारी ब्लॉक प्रबंधक राजीव चौधरी को लोकायुक्त पुलिस जबलपुर की टीम ने शुक्रवार को रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ लिया। आरोपी ने ग्राम उमरानाला की जागृति संकुल की लेखापाल ललिता नागरे के खाते में आए मानदेय में से 10,000 रुपयों की मांग की थी। पीड़िता सोनिया बोहत ने 6 मई को लोकायुक्त एसपी से शिकायत की थी। सत्यापन के बाद लोकायुक्त टीम ने 9 मई को उमरानाला स्थित सोनिया के घर पर ट्रैप बिछाया। जैसे ही आरोपी ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे धर दबोचा।
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7, 13(1)B, 13(2) के तहत केस दर्ज किया गया है। दबिश को निरीक्षक रेखा प्रजापति, निरीक्षक जितेंद्र यादव, निरीक्षक नरेश बेहरा सहित लोकायुक्त की सात सदस्यीय टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। सूत्रों के अनुसार, इस अधिकारी के खिलाफ पूर्व में भी भ्रष्टाचार संबंधी मौखिक शिकायतें मिलती रही थीं।
आजीविका मिशन में पदस्थ कर्मचारियों व हितग्राहियों से पैसे की मांग को लेकर असंतोष व्याप्त था। हालांकि, लिखित प्रमाण के अभाव में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई थी। सोनिया बोहत द्वारा पेश की गई ठोस शिकायत, रिकॉर्डिंग और प्रमाण के बाद यह संभव हो सका। घटना उमरानाला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के पीछे स्थित आवेदिका के घर की है। जैसे ही लोकायुक्त टीम ने कार्रवाई की, क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग इसे भ्रष्टाचार के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई मान रहे हैं।
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