सीमांकन के बदले मांगे 44 हजार रुपये की रिश्वत की मांग
लोकायुक्त टीम ने पटवारी के भाई को 35000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
सीमांकन के एवज में रिश्वत मांगने वाली पटवारी प्रियंका चौहान के भाई अभिषेक मालवीय को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ लिया। किसान की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की। पटवारी ने चतुराई दिखाते हुए किसान को अपने भाई के पास रुपए लेकर भेजा था। मामले में दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार रंजीत हनुमान मंदिर गली घट्टिया निवासी राजेश पिता बालूसिंह चावड़ा की ग्राम निपानिया सुनार में 21 बीघा कृषि भूमि थी, जिसे उन्होंने हाल ही में किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया था। भूमि के सीमांकन के लिए राजेश ने तहसील कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किया, लेकिन हल्का नंबर 15 की पटवारी प्रियंका चौहान लगातार टालमटोल करती रही। जब राजेश ने सीमांकन में देरी का कारण पूछा तो पटवारी ने 44 हजार रुपये की रिश्वत की मांग कर दी। किसान के आग्रह पर सौदा 35 हजार रुपये में तय हुआ। इस पूरे घटनाक्रम से परेशान किसान ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई।
योजना के अनुसार, लोकायुक्त टीम ने किसान और पटवारी के बीच की बातचीत रिकॉर्ड की और ट्रैप की तैयारी की। जब किसान ने रकम देने की बात कही, तो पटवारी ने अपने भाई अभिषेक मालवीय को पैसा देने को कहा। राकेश, पटवारी के भाई की भैरवगढ़ स्थित 'मां चामुंडा हार्डवेयर दुकान पर पहुंचा और फोन पर बातचीत के बाद अभिषेक को 35 हजार रुपये सौंपे। जैसे ही अभिषेक ने पैसे गल्ले में रखे, लोकायुक्त निरीक्षक राजेन्द्र वर्मा और उनकी टीम ने दुकान पर दबिश दी और अभिषेक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। दुकान पर कार्रवाई के दौरान भीड़ एकत्रित होने लगी, जिसके चलते लोकायुक्त दल आरोपी को देवास रोड स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस लेकर गया और वहीं आगे की पूछताछ व कानूनी प्रक्रिया पूरी की गई।
लोकायुक्त निरीक्षक वर्मा ने बताया कि पटवारी प्रियंका चौहान और उसके भाई अभिषेक मालवीय के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है। किसान की सतर्कता और लोकायुक्त की तत्परता से एक और भ्रष्टाचार का मामला उजागर हो गया है।
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