हिन्दू यूं ही दबंग और दलित में बंटा रहेगा तो आने वाले समय में कटेगा भी और मरेगा भी...
रावत समाज के लोगों ने दलित युवक के शव का अंतिम संस्कार करने से रोका !
श्योपुर। सोमवार को दबंगों ने दलित युवक के शव का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया और इसके बाद परिजन ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। इस बीच दोनों पक्षों के बीच पथराव भी हुआ है।
यह मामला लीलदा गांव का है, गांव का जगदीश जाटव बेंगलुरू में प्रायवेट नौकरी करता था। सड़क हादसे में 5 दिन पहले उसकी मौत हो गयी थीं सोमवार की सुबह लगभग 10 बजे शव गांव लाया गया। इसके बाद दोपहर लगभग 1 बजे शव को अंतिम संस्कार के लिये ले जाने लगे। आरोप है कि इस पर रावत समाज के लोगों ने आपत्ति जताई। इसके बा सड़क पर शव रखकर विवाद शुरू हो गया।
आक्रोषित परिजन और ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया था। विजयपुर एसडीएम अभिषेक मिश्रा ने घटनास्थल पर पहुंचकर परिजनों को समझाया। 6 घंटे के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिये तैयार हुए। परिजनों ने शासकीय जमीन पर युवक का अंतिम संस्कार कर दिया। इस बीच लोगों ने एसडीएम ने इस शासकीय जमीन से दबंगों का कब्जा हटाये जाने की मांग रखी । इस पर एसडीएम ने कार्यवाही करने का भरोसा दिया।
विगत दिवस भी इसी प्रकार की घटना सामने आई थी जब ...
टीकमगढ़ जिले ग्राम मौखरा थाना बड़ा गांव में जितेंद्र अहिरवार की बारात को गांव में अपने दरवाजे के आगे से निकलने से इस महिला एवं उसके परिजनों ने पत्थर बाजी कर दी और इस पत्थर बाजी में उसके परिवार वालों ने भी इसका पूरा साथ दिया। बारात के लोगों के साथ-साथ बारात में आई महिलाओं एवं बच्चियों के साथ मारपीट की गई क्या यह एक शब्द समाज के लक्षण है।
ऐसे लोगों का क्या इलाज करना है यह सरकार और कानून खुद तय करे...
ऐसे लोगों का क्या इलाज करना है यह सरकार और कानून खुद तय करें। क्योंकि ऐसे लोगों की हर एक हरकत समाज के विघटन का कारण बनती हैं ऐसे ही लोगों की वजह से हिंदू समाज एक नहीं हो पा रहा है। क्योंकि हमेशा ऐसे लोगों के कारण समाज के निचले टपके के लोगों का उच्च वर्गी लोगों के प्रति नफरत का भाव उत्पन्न होता है। इसलिए इस महिला के ऊपर शासन एवं प्रशासन को कठोरतम कार्रवाई करके एक मिसाल पेश करनी चाहिए जो जरूरी भी है।
ऐसे ही बेवकूफ- जाहिल एवं गवार लोगों के कारण समाज में विघटन पैदा हो रहा है। जिसका फायदा दूसरे लोग उठाकर सरेआम कत्लेआम मचा कर उठाते हैं। करते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि हिंदू हमेशा जातियों में उच्च-नीच, अगड़े -पिछड़े में बंटा हुआ है जिसका फायदा ये अक्सर उठाते हैं इसलिए ऐसे लोगों को सबक अवश्य सिखाया जाए...इस महिला को इसके इसके किए की सजा जरूर मिलना चाहिए...
इस प्रकार की तमाम घटनाएं लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में होती रहती हैं जिन पर अंकुश लगना बहुत जरूरी है तभी हिन्दू एक जुट हो सकेगा। और अगर हिन्दू एक नहीं हुआ तो तैयार रहिये मरने -कटने के लिए। फिर कौन देखेगा कि दबंग कौन और दलित कौन !!!
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