G News 24 : आज 30 अप्रेल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा में मुस्लिम एंट्री बैन करने की उठी मांग !

 पहलगाम आतंकी हमले के बाद धर्मगुरुओं और श्रद्धालुओं में आक्रोश के चलते ...

 आज 30 अप्रेल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा में मुस्लिम एंट्री बैन करने की उठी मांग !

देहरादून। पहलगाम आतंकी हमले का असर 30 अप्रेल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा पर दिखाई देने लगा है. चारधाम यात्रा के लिए पहुंच रहे श्रद्धालुओं की मांग है कि चारधाम यात्रा में मुस्लिमों की एंट्री बैन होनी चाहिए.चारधाम यात्रा 30 अप्रेल से शुरू हो रही है. चारधाम यात्रा के लिए देसी-विदेशी श्रद्धालु ऋषिकेश पहुंचने लगे हैं. और इसी के साथ एक बार फिर चारधाम यात्रा में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने की मांग उठने लगी है. 

पहलगाम हमले के बाद श्रद्धालुओं में आक्रोश...

बीते 22 अप्रैल को पहलगाम में हिंदू पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले को लेकर जब कुछ श्रद्धालुओं से बात की गई तो उन्होंन चारधाम यात्रा में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने की मांग की. पहलगाम हमले से आक्रोशित श्रद्धालुओं ने कहा कि मुस्लिमों पर चारधाम यात्रा में प्रतिबंध अनिवार्य होना चाहिये. श्रद्धालुओं ने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद इस तरह का प्रतिबंध बहुत जरूर है.

चमोली बद्रीनाथ धाम में मुस्लिम समुदाय के व्यवसाय को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध जताया है. उनका कहना है कि बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमनोत्री और गंगोत्री में मुस्लिम समुदाय के लोगों को व्यवसाय नहीं करने दिया जाएगाृ. आम जनता की राय है कि इन चारों धामों में स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. स्थानीय निवासियों को होटल, घोड़े-खच्चर और अन्य व्यवसायों में प्राथमिकता दी जानी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों को व्यवसाय करने की अनुमति दी जा रही है, जिससे स्थानीय लोगों को काम नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार को पता होना चाहिए कि केदारनाथ में चलने वाले घोड़े-खच्चर किसके हैं और क्यों सैकड़ों घोड़े एक ही आदमी के नाम पर दर्ज हैं. उनका आरोप है कि बाहरी लोग स्थानीय लोगों को मोटा पैसा देकर उनके नाम से व्यवसाय कर रहे हैं. 

चारधाम यात्रा के लिए वेरिफिकेशन बहुत जरूरी...

कुछ श्रद्धालु ये मानते हैं कि चारधाम आने वाले लोगों का वेरिफिकेशन बहुत जरूरी है. हालांकि महिला श्रद्धालुओं का कहना है कि चारधाम में मुस्लिम की एंट्री पर प्रतिबंध लगना चाहिए. उन्होंने कहा कि घोड़े वाले भी हटाए जाने चाहिए, यह काम हिन्दुओं को दिया जाना चाहिए.

केदारनाथ मंदिर समिति  का बयान ...

मुस्लिम लोगों को चार धाम यात्रा में बैन के मामले पर बदरी केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय थपलियाल ने कहा कि हमारे पास इसे लेकर शासन से कोई निर्देश नहीं है और ना ही वह इस मामले पर कुछ बोलना चाहेंगे. 

स्वामी आनंद स्वरूप ने की वकालत...

  • शांभवी पीठाधीश्वर व काली सेना के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने भी चार धाम में गैर हिंदुओं का प्रवेश निषेध किये जाने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि अगर दूसरे धर्मों के लोगों की चार धाम में आस्था है तो वो शपथ पत्र देकर चार धाम जा सकते हैं. 
  • स्वामी आनंद स्वरूप ने भी कहा कि चारधाम यात्रा में मुस्लिम घोड़ा-खच्चर संचालकों का भी प्रतिबंध होना चाहिये, उन्होंने कहा कि मुस्लिम खच्चर संचालकों का पंजीकरण पूरी तरह से बंद होना चाहिए. 

मुस्लिम समाज ने बताया गैर जिम्मेदाराना बयान...

वहीं चारधाम पर गैर हिन्दुओं के प्रवेश पर प्रतिबन्ध वाले बयान को मुस्लिम समाज के लोगों ने गैर जिम्मेदाराना बताया है. उन्होंने कहा कि यह उनकी सोच हो सकती है. भारत देश गंगा जमुनी तहजीब वाला देश है. यहां पर सभी धर्म के लोग एकदूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं और हमेशा भाईचारे से रहते आ रहे हैं और चारधाम के यात्रियों का हम स्वागत करते हैं, उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम को लेकर जो बयानबाजी हो रही है ऐसे बयान से बचना चाहिए.

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