G News24 : कंगाल पाकिस्तान ने भारतीय राजनीतिक दलों को 2019 के चुनावों में की फंडिंग !

 इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स से हुआ  बड़ा खुलासा...

कंगाल पाकिस्तान ने भारतीय राजनीतिक दलों को 2019 के चुनावों में की  फंडिंग !

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद चुनाव आयोग ने 14 मार्च को इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स सार्वजनिक कर दी. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च को चुनाव आयोग को डिटेल्स शेयर की थी. इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स देखने पर एक हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है. डिटेल्स खंगालने पर पता चलता है कि कंगाल पाकिस्तान की एक पावर कंपनी ने भी भारतीय राजनीतिक दलों को चंदा दिया है। 

दरअसल, भारतीय दलों को चुनावी चंदा देने वाली ये पाकिस्तानी कंपनी बिजली उत्पादक यानी पावर प्रोड्यूसर के तौर पर पड़ोसी मुल्क में ऑपरेट करती है. कंपनी का नाम 'हब पावर कंपनी लिमिडेट' (HUBCO) है, जो पाकिस्तान की सबसे बड़ी पावर प्रोड्यूसर है. चुनाव आयोग के जरिए जो जानकारी अपलोड की गई है, उसमें हब पावर का नाम सामने आ रहा है. इस पाकिस्तानी कंपनी ने 18 अप्रैल 2019 को करीब 95 लाख रुपये का चंदा राजनीतिक दलों को दिया है। 

लोकसभा चुनाव के समय दिया गया था चंदा

अब जैसे ही इस बात का खुलासा होगा कि ये इलेक्टोरल बॉन्ड किस राजनीतिक पार्टी ने इन कैश करवाए हैं. वैसे ही इसको लेकर आने वाले दिनों में राजनीति भी देखने को मिलेगी. यहां गौर करने वाली बात ये है कि 2019 में चुनावी चंदा ऐसे समय पर दिया गया, जब देश में लोकसभा चुनाव चल रहे थे. हब पावर की वेबसाइट के मुताबिक, बिजली बनाने वाले इसके प्लांट बलूचिस्तान, सिंध, पाकिस्तानी पंजाब और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मौजूद हैं।  

पाकिस्तानी कंपनी के जरिए खरीदे गए इलेक्टोरल बॉन्ड की डिटेल्स

चुनाव आयोग के जरिए अपलोड किए गए डाटा को देखने से मालूम होता है कि इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज, टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड, अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, और सन फार्मा जैसी कंपनियां शामिल हैं।  

बीजेपी, कांग्रेस, एआईएडीएमके, बीआरएस, शिवसेना, टीडीपी, वाईएसआर कांग्रेस, डीएमके, जेडीएस, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, जेडीयू, आरजेडी, आप और समाजवादी पार्टी ने इन इलेक्टोरल बॉन्ड को इनकैश किया है. फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज (1,368 करोड़ रुपये) और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (966 करोड़ रुपये) ने सबसे ज्यादा कीमत के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। 

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