G News 24 : पैर पसार रहा है एच3एन2 फ्लू वायरस !

 

कोरोना के बाद अब…

पैर पसार रहा है  एच3एन2 फ्लू वायरस  !

वडोदरा। कोरोना के बाद अब गुजरात में एच3एन2 फ्लू वायरस का खौफ बढ़ गया है। वडोदरा में एच3एन2 फ्लू से 58 साल की एक महिला की मौत हो गई है। एच3एन2 फ्लू वायरस से गुजरात में पहली मौत है, जबकि देश में तीसरी। वडोदरा की 58 वर्षीय महिला के इस नए वायरस की चपेट में आने के बाद शहर के सयाजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। महिला हाइपर टेंशन की मरीज थी। अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई। इस घटना के बाद विशेषज्ञों ने लोगों से मास्क लगाने, समयांतर हाथ धोने, भीड़भाड़ से बचने और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी है। पिछले कुछ समय से देशभर में इस फ्लू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 

एच3एन2 फ्लू से लोगों में दहशत है और हर कोई इसके लक्षण, कारण, निदान और इलाज के बारे में जानना चाहता है। एच3एन2 फ्लू के लक्षणों में खांसी, नाक बहना या बंद होना, गला खराब होना, सिर दर्द, शारीरिक दर्द, बुखार, ठंड लगना, थकान, दस्त और उलटी शामिल है। यह फ्लू इंसानों में फैल सकता है। हांलाकि अभी तक इसके कम्यूनिटी स्प्रेड के मामले सामने नहीं आए हैं। यह संक्रामक वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने के साथ निकली छोटी-छोटी बूंदों के वजह से फैल सकता है। यहां तक कि संक्रमित व्यक्ति के बात करने के दौरान निकलने वाली ड्रॉप्लेट्स से भी यह फ्लू फैल सकता है। 

संक्रमित व्यक्ति अगर अपने मुंह, नाक को छूता है तो आप उसके संपर्क में आते हैं तो आप भी इस फ्लू से संक्रमित हो सकते हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं, बच्चे और बुजुर्गों के एच3एन2 से संक्रमित होने का खतरा अधिक है। आईसीएमआर के मुताबिक 15 दिसंबर से बुखार के सभी मामलों में आधे मामले एच3एन2 वायरस पाया गया है। अस्पताल में भर्ती आधी मरीज एच3एन2 की चपेट में है। अस्पताल में उपचाराधीन कुल मरीजों में 92 प्रतिशत को बुखार, 86 प्रतिशत को खांसी और 27 प्रतिशत को सांस लेने में शिकायत थी। एच3एन2 पीड़ित 10 प्रतिशत मरीजों को ऑक्सीजन और 7 प्रतिशत को आईसीयू में भर्ती करना पड़ता है।

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