क्राईम ब्रांच व थाना पनिहार पुलिस की संयुक्त कार्यवाही…
ग्वालियर। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर अमित सांघी के निर्देष पर ग्वालियर जिले में लूट, नकबजनी, चोरी के प्रकरणों का खुलासा कर आरोपीगणों की धरपकड़ हेतु प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ग्वालियर को जरिए मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि दिनांक 30.11.2022 को थाना पनिहार क्षेत्रांतर्गत आदिष्वरधाम जैन मंदिर, भौरा में चोरी करने वाले शातिर नकबजन को जे.ए.एच अस्पताल ग्वालियर के आसपास देखा गया है। उक्त सूचना पर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा अति. पुलिस अधीक्षक शहर (पूर्व/अपराध) राजेष डण्डोतिया एवं अति. पुलिस अधीक्षक शहर (पष्चिम) गजेन्द्र सिंह वर्धमान को क्राईम ब्रांच व थाना पनिहार की टीम बनाकर मुखबिर सूचना की तस्दीक कराकर उक्त शातिर नकबजन को पकड़ने हेतु निर्देषित किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देषों के परिपालन में सीएसपी मुरार/डीएसपी अपराध ऋ़षिकेष मीणा एंव एसडीओपी घाटीगांव हिना खान के मार्गदर्षन में थाना प्रभारी काईम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता एवं थाना प्रभारी पनिहार उनि. प्रवीण शर्मा के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच व थाना पनिहार की संयुक्त टीम को मुखबिर के बताये स्थान जे.ए.एच अस्पताल ग्वालियर में भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा जे.ए.एच अस्पताल के पास पहुचंकर देखा तो मुखबिर के बताये हुलिया का एक संदिग्ध व्यक्ति खड़ा दिखा, जिसने पुलिस टीम को देखकर मौके से भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी कर उसे मौके पर ही धरदबोचा। पूछताछ करने पर उसने थाना पनिहार क्षेत्र में अपने एक अन्य साथियों के साथ जैन मंदिर में चोरी करना स्वीकार किया। विस्तृत पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त पकड़ा गया शातिर चोर थाना सरायछोला जिला मुरैना का आदतन अपराधी है, जिसके विरूद्व चोरी व लूट के कई गंभीर अपराध पंजीबद्व हैं।
पकड़े गये शातिर चोर ने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर भगवान आदिनाथ की मूर्ति व 06 छत्र पीतल के व तीन दान पेटी जैन मंदिर से चोरी करना स्वीकार किया है। आरोपी से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि वह हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आया है। जेल में उसकी मुलाकात ग्राम पनिहार के रहने वाले एक शातिर नकबजन से हुई थी जिसने उसे बताया था कि ग्राम पनिहार के पास स्थित जैन मंदिर में सोने की मूर्तियां व सोने के छत्र लगे है। आरोपी ने जेल में रहकर ही उक्त मूर्ति व छत्रों को चोरी करने की योजना बनाई व जेल से छूटने के बाद वह अपने एक अन्य साथी के साथ दिनांक 30.11.2022 को दिन के करीब 11 बजे जैन मंदिर में दर्षन करने के बहाने गया व मंदिर की रैकी की तथा रात्रि में अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
उक्त गिरफ्तार नकबजन की निषादेही पर उसके पास से भगवान आदिनाथ की अष्टधातु की मूर्ति को जप्त किया गया तथा चोरी में लिप्त अन्य साथी को ग्राम रूपवास जिला भरतपुर(राज.) से गिरफ्तार किया गया। जिसके पास से छः पीतल के छत्र व दानपेटी से चोरी गये रूपयों में से कुल 1110/- रूपये जप्त हुये है। गिरफ्तार दोनों शातिर नकबजनों से अन्य साथियों के संबंघ में पूछताछ की जा रही है। ज्ञात हो कि दिनांक 30.11.2022 व 01.12.2022 की दरमियानी रात को ग्राम पनिहार स्थित अदिष्वरधाम जैन मंदिर से भगवान आदिनाथ की अष्टधातु की मूर्ति व 06 छत्र तथा तीन दान पेटीयां चोरी हो गई थी। जिस पर से थाना पनिहार में अप.क्र. 153/22 धारा 457,380 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। चंूकि चोरी की वारादात लोगांे की धार्मिक भावनाओ से जुडी हुई थी इसलिये मामले की गंभीरता को देखते हुये आरोपियों की पतारसी कर चोरी गये भगवान की मूर्ति को जल्द जप्त करने हेतु निर्देषित किया गया था।
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