मेरी रंजिश मेरे रिश्तेदार से निकाली : प्रीतम लोधी

बागेश्वर धाम में उसकी हत्या की गयी…

मेरी रंजिश मेरे रिश्तेदार से निकाली : प्रीतम लोधी

ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी से 2 बार निष्कासित प्रीतम लोधी बागेश्वर धाम के महाराज धीरेन्द्र शास्त्री की हत्या का आरोप लगाकर एक बार फिर चर्चाओं में हैं। इस बार प्रीतम लोधी ने आरोप लगाया है कि उनकी रंजिश के चलते उनके रिश्तेदार को टारगेट किया गया है। मार्बल व्यापारी उनके रिश्तेदार को बागेश्वर धाम महाराज का आदमी बृजेश शर्मा बहला फुसलाकर धाम ले गये और उसे यहां पीटा और कुछ ख्लिा दिया गया। सोमवार को रिश्तेदार का शव डेड हाउस में रखने के बाद प्रीतम लोधी समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे औरे यहां प्रदर्शन किया। उन्होंने पैनेेल से जांच की मांग की और साथ ही सीएम के नाम ज्ञापन दिया। प्रीतम का कहना है कि वह भिण्ड में बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री का कार्यक्रम नहीं होने देंगे। उनकी मांग नहीं मानी तो पिछोर से हजारों समर्थकों के साथ पैदल दिल्ली जाकर पीएम से मिलेंगे। दरअसल गोवर्धन कॉलोनी गोला का मंदिर इलाके में रहने वाले दारा सिंह मार्बल का व्यवसाय करते हैं। 

शनिवार को दिनेश शाक्य नामक युवक अपने साथ एक होटल मालिक बृजेश शर्मा के यहां ले गया था। जहां उसने बृजेश शर्मा से दारा सिंह को मिलवाया। दिनेश शाक्य ने दारा सिंह को बताया था कि उसके मालिक बृजेश शर्मा के होटल का काम बागेश्वर धाम पर चल रहा है। अगर बागेश्वर धाम में होटल के लिए जमीन लेना है तो वह साइड दिखा देंगे। न चाहते हुए भी दारा सिंह दिनेश की बातों में आकर बृजेश शर्मा से मिलने चले गए। बातचीत के दौरान बृजेश शर्मा ने प्रीतम लोधी को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। प्रीतम लोधी के मुताबिक रविवार को दारा सिंह का फोन अपने भाई लक्ष्मण नरवरिया के पास आया जिसमें उसने बताया कि उनका बृजेश शर्मा से विवाद हो गया है। उसके बाद बृजेश शर्मा ने उन्हें कुछ खिला दिया और उसका सर घूम रहा है। भाई ने उसे वापस आने के लिए कहा। 

रविवार शाम को बृजेश शर्मा ने VIDEO कॉल के जरिए बताया कि तुम्हारे भाई की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है तब उन्होंने दारासिंह से बात कराने के लिए दवाब बनाया तो बृजेश शर्मा और दिनेश ने उनकी बात नहीं कराई। प्रीतम लोधी का यह भी आरोप है कि उस समय तक दारासिंह की मौत हो चुकी थी। लक्ष्मण सिंह अपने भाई को देखने के लिए छतरपुर अस्पताल पहुंचे तो देखा वहां दारासिंह मृत हालत में थे। जबकि वहां बृजेश शर्मा दिनेश शाक्य नहीं थे। उनका यह भी कहना है कि दारासिंह के सिर और हाथ में चोटें थीं। बागेश्वर धाम के महंत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री औरे और प्रीतम लोधी के बीच पिछले कुछ दिनों से विवाद की स्थिति बनी हुई है। प्रीतम ने जब ब्राहम्ण समाज के खिलाफ बयान दिया था तो सबसे अधिक विरोध धीरेन्द्र शास़्त्री ने किया था। प्रीतम ने बताया कि उन्होने मेरी हत्या की धमकी दी थी। इसके बाद से प्रीतम के तेवर भी उन पर हमलावर हैं। 

प्रीतम लोधी ने ओबीसी महासभा के बैनर पर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है और अपने रिश्तेदार की मौत को हत्या बनायाहै। उनका आरोप है कि बागेश्वर धाम के संत ने मुझे मसल डालने की धमकी दी थी। लेकिन वह मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सके तो रिश्तेदार को अपना शिकार बना लिया और उसके पैसे भी गायब कर दिये। उनका कहना है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई आये अन्यथा वह आन्दोलन पर मजबूर होंगे। हाल ही में ब्राहम्ण समाज के खिलाफ बोलने पर भाजपा से प्रीतम लोधी लगातार चर्चा में बने हुए हैं। ओबीसी महासभा का समर्थन मिलने के बाद प्रीतम के तेवर अलग ही हो गये हैं। उन्होंने सोमवार की शाम कलेक्ट्रेट का घेराव किया है। प्रीतम ने कहा है कि उनके रिश्तेदार दारासिंह नरवरिया निवासी का गोला का मंदिर की संदिग्ध हालात में मौत की उच्चस्तरीय जांच कराई जाये। उनके शव का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाये और साथ ही किसी निष्पक्ष अधिकारी से इस मामले की जांच कराई जाये। जिससे सच्चाई सामने आ सके।

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