सच्चे कलाप्रेमी थे महाराजा मानसिंह -- महापौर


पांच नदियों के जल से जलाभिषेक कर मनाया जन्मोत्सव

सच्चे कलाप्रेमी थे महाराजा मानसिंह --  महापौर 

ग्वालियर । पांच नदियों के जल से जलाभिषेक कर महाराजा मानसिंह जन्मोत्सव प्रारंभ पांच दिवसीय होगा जन्मोत्सव का कार्यक्रम महाराजा मानसिंह संगीत कला एवं सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष श्री राकेश सिंह जादौन ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आज दिनांक 19 अगस्त को महाराजा मानसिंह जन्मोत्सव का कार्यक्रम प्रतिमा स्थल गांधी रोड पर शुरू हुआ । जन्मोत्सव  नगर के प्रथम नागरिक महापौर डॉ श्रीमती शोभा सतीश सिकरवार, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ,विधायक श्री सतीश सिंह सिकरवार, सभापति श्री मनोज सिंह तोमर के आतिथ्य में जलाभिषेक कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। जलाभिषेक वैदिक मंत्रोचार द्वारा गायत्री परिवार द्वारा संपन्न कराया गया।

 पुष्प अक्षत माला से महाराजा मानसिंह का श्रंगार किया गया एवं वैदिक रीति से मंत्रोचार कर जन्मोत्सव कार्यक्रम का श्रीगणेश किया गया पांच दिवसीय कार्यक्रम में निबंध प्रतियोगिता श्री शारदा विद्यापीठ गोले के मंदिर पर 22 अगस्त को आयोजित की जाएगी। संगीत एवं चित्रकला प्रतियोगिता एवं वाद विवाद प्रतियोगिता जेसी मिल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिरला नगर 23 तारीख को संपन्न कराई जाएगी। 24 को संगीत गायन प्रतियोगिता चार शहर का नाका कौशलेंद्र सिंह चौहान के निवास पर संपन्न कराई जाएगी । इन सभी प्रतियोगिताओं का पुरस्कार बादलगढ़ किला तलहटी पर दोपहर 2:00 बजे किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महापौर श्रीमती शोभा सतीश सिकरवार ने कहा कि महाराजा मानसिंह तोमर कलाप्रेमी तो थे ही साथ ही भारतीय संस्कृति को जिंदा रखने में या नए आयाम देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 

इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न काव्य रचनाएं की जिनमें मान कोतुहल और महारास लीला का मंचन आज भी भारतीय संस्कृति में जीवंत है । सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि महाराजा मानसिंह तोमर सभी जाति धर्म एवं संप्रदाय को आदर प्रदान करने वाले महापुरुष थे । इस अवसर पर विधायक डॉ सतीश सिकरवार ने कहा कि महाराजा मानसिंह सच्चे प्रजा पालक थे। उन्होंने सभी पंथों का आदर करते थे वह भारतीय समाज मे इसलिए लोकप्रिय थे। सभापति श्री तोमर ने कहा कि महाराजा मानसिंह कला संस्कृति के सच्चे संवाहक थे । राकेश जादौन ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि महाराजा मानसिंह हमारी संस्कृति कला संगीत के मूलाधार थे आज उनकी विरासत को सवारने का हम सबको संकल्प लेना है।

 प्रमुख रूप से समिति के संरक्षक  सुरेंद्र सिंह तोमर सचिव राजीव भदौरिया श्याम सिंह तोमर  विहबल सिंह सेंगर, कवि रविंद्र रवि महेंद्र सिंह तोमर सुनील शर्मा अरुण सिंह तोमर महेश मुद्गल जी अशोक सिंह तोमर बलवीर सिंह तोमर मनोज सिंह तोमर सभापति शैतान सिंह भदोरिया धर्मेंद्र सिंह चौहान श्रीमती रिशु राजावत, शुभम यादव नीलेश तिवारी सुभाष शर्मा छोटे सिंह भदोरिया राम लखन सिंह कुशवाहा मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर राजीव सिंह भदोरिया एवं श्याम सिंह तोमर ने आग्रह किया कि पांच दिवसीय कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें।

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