पीएम मोदी ने नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का किया अनावरण…
भारत आजादी के बाद की गलतियों को सुधार रहा है : PM मोदी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मां के वीर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जन्म जयंती पर मैं पूरे देश की तरफ से कोटि-कोटि नमन करता हूं। ये दिन ऐतिहासिक है, ये कालखंड भी ऐतिहासिक है और ये स्थान जहां हम सब एकीकृत हैं ये भी ऐतिहासिक है। पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने भारत की धरती पर पहली आज़ाद सरकार को स्थापित किया था, हमारे उन नेताजी की भव्य प्रतिमा आज डिजिटल स्वरूप में इंडिया गेट के समीप स्थापित हो रही है। जल्द ही इस होलोग्राम प्रतिमा के स्थान पर ग्रेनाइट की विशाल प्रतिमा भी लगेगी। पीएम मोदी ने कहा कि 2001 में गुजरात में भूकंप आने के बाद जो कुछ हुआ, उसने आपदा प्रबंधन के मायने बदल दिए। हमने तमाम विभागों और मंत्रालयों को राहत और बचाव के काम में झोंक दिया। आपदा से निपटने के लिए गुजरात इस तरह का कानून बनाने वाला देश का पहला राज्य बना।
बाद में केंद्र सरकार ने, गुजरात के कानून से सबक लेते हुए, 2005 में पूरे देश के लिए ऐसा ही Disaster Management Act बनाया। आज़ादी के अमृत महोत्सव का संकल्प है कि भारत अपनी पहचान और प्रेरणाओं को पुनर्जीवित करेगा। ये दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद देश की संस्कृति और संस्कारों के साथ ही अनेक महान व्यक्तित्वों के योगदान को मिटाने का काम किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि हमने रिलीफ, रेस्क्यू और रिहैबिलिटेशन पर जोर देने के साथ ही रिफॉर्म पर भी बल दिया है। हमने NDRF को मज़बूत किया, उसका आधुनिकीकरण किया, देश भर में उसका विस्तार किया। स्पेस टेक्नोलॉजी से लेकर प्लानिंग और मैनेजमेंट तक, बेस्ट पॉसिबल प्रैक्टिस को अपनाया गया। पहले एक-एक साइक्लोन में सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो जाती थी, लेकिन पिछले दिनों आए साइक्लोन में ऐसा नहीं हुआ। देश ने हर चुनौती का जवाब एक नई ताकत से दिया। इन आपदाओं में हम ज्यादा से ज्यादा जीवन बचाने में सफल रहे। आज भारत आजादी के बाद की गलतियों को सुधार रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि NDMA की ‘आपदा मित्र’ जैसी स्कीम्स से युवा आगे आ रहे हैं। कहीं कोई आपदा आती है तो लोग विक्टिम्स नहीं रहते, वो वॉलंटियर्स बनकर आपदा का मुकाबला करते हैं। यानी, आपदा प्रबंधन अब एक सरकारी काम भर नहीं है, बल्कि ये ‘सबका प्रयास’ का एक मॉडल बन गया है। दुनिया के अलग-अलग देशों के बीच में, सेनाओं के बीच में हमने Joint Military Exercise बहुत देखी है। लेकिन भारत ने पहली बार डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए Joint ड्रिल की परंपरा शुरू की है। नेताजी कहते थे- "कभी भी स्वतंत्र भारत के सपने का विश्वास मत खोना, दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो भारत को झकझोर सके।" आज हमारे सामने आज़ाद भारत के सपनों को पूरा करने का लक्ष्य है। हमारे सामने आज़ादी के सौंवे साल से पहले नए भारत के निर्माण का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने अलंकरण समारोह में वर्ष 2019, 2020, 2021 और 2022 के लिए ‘सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार’ भी प्रदान किए। समारोह के दौरान कुल 7 पुरस्कार प्रदान किए गए।
केंद्र सरकार ने आपदा
प्रबंधन के क्षेत्र
में भारत में
लोगों और संगठनों
के अमूल्य योगदान
और निस्वार्थ सेवा
को पहचान देने
और सम्मानित करने
के लिए वार्षिक
पुरस्कार की शुरुआत
की है। प्रधानमंत्री
मोदी ने पूर्व
में कहा था
कि यह प्रतिमा
स्वतंत्रता संग्राम में बोस
के अतुलनीय योगदान
के लिए एक
उपयुक्त श्रद्धांजलि होगी और
यह देश के
उनके प्रति ऋणी
होने का प्रतीक
होगी। होलोग्राम प्रतिमा
को 30,000 लुमेन 4के प्रोजेक्टर
द्वारा संचालित किया जाएगा।
एक अदृश्य 90 प्रतिशत
पारदर्शी होलोग्राफिक स्क्रीन इस
तरह से लगाई
गई है कि
यह आगंतुकों को
दिखाई नहीं देती।
सरकार ने कहा
है कि होलोग्राम
का प्रभाव पैदा
करने के लिए
उस पर नेताजी
की थ्रीडी तस्वीर
लगाई जाएगी। इस
प्रतिमा का आकार
28 फुट ऊंचा और
6 फुट चौड़ा है।
इस मौके पर
केंद्रीय गृह मंत्री
अमित शाह ने
कहा कि नेताजी
की 125वीं जयंती
पर नेताजी सुभाष
चंद्र बोस की
भव्य प्रतिमा लगाने
का निर्णय मोदी
जी ने लिया
है। ये प्रतिमा
देश की आने
वाली पीढ़ियों को
पराक्रम, देशभक्ति और बलिदान
की प्रेरणा देगी।
ये प्रतिमा देश
के करोड़ों लोगों
के मन के
भाव की अभिव्यक्ति
होगी।
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