कैबिनेट बैठक में आनंद विभाग के गठन का लिया निर्णय

 14 से 28 जनवरी तक प्रदेश में मनाया जाएगा आनंद उत्सव…

कैबिनेट बैठक में आनंद विभाग  के गठन  का लिया निर्णय

 

भोपाल। शिवराज सरकार मंगलवार को कमल नाथ सरकार का निर्णय को एक बार फिर पलट दिया। कांग्रेस सरकार ने आनंद विभाग की जगह अध्यात्म विभाग बनाया था। इसमें धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग को भी समाहित कर दिया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में फिर से आनंद विभाग का गठन करने का निर्णय लिया। साथ ही अध्यात्म विभाग का नाम बदलकर फिर से धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी। अब सामान्य प्रशासन विभाग इसके आदेश जारी करेगा। प्रदेश में 14 से 28 जनवरी तक इसी विभाग के माध्यम से आनंद उत्सव मनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 2016 में आनंद विभाग का गठन किया था। इसमें ब्लाक स्तर तक आनंदम संगठन बनाए गए, जो अधिकारियों-कर्मचारियों सहित अन्य व्यक्तियों को जोड़कर ऐसी गतिविधियां करते थे, जिससे तनाव कम से कम हो। आनंदम दीवार की शुरुआत भी इसके तहत की गई। इसमें ऐसी वस्तुएं दान की जाती है, जो किसी और काम सकती हैं। कमल नाथ सरकार ने आनंद विभाग को बंद करके इसकी गतिविधियों को अध्यात्म विभाग में समाहित कर दिया था। साथ ही धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग भी इसमें मिला दिया था।

 कांग्रेस सरकार में आनंद विभाग से जुड़ी गतिविधियां भी थम गई थीं। सत्ता परिवर्तन के बाद शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर आनंद विभाग से जुड़ी गतिविधियों को प्रारंभ कराया पर विभाग के गठन का निर्णय मंगलवार को कैबिनेट में लिया गया। विभाग आनंद और सकुशलता मापने के पैमानों की पहचान करने के साथ राज्य में आनंद का प्रसार बढ़ाने की दिशा में विभागों के बीच समन्वय का काम करेगा। आनंद उत्सव की गतिविधियों का संचालन अब इसी विभाग के माध्यम से होगा। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग कार्य आवंटन नियम में संशोधन का आदेश जारी करेगा।


Comments