ACE ग्रुप के 40 ठिकानों पर IT की रेड

काला धन रखने वालों में एक बार फिर हड़कंप…

ACE ग्रुप के 40 ठिकानों पर IT की रेड

 

नई दिल्ली। उत्तर भारत के कई शहरों में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की छापेमारी की खबर सामने आने से काला धन रखने वालों में एक बार फिर हड़कंप मच गया है। ताजा कार्रवाई यानी आईटी की ये रेड ACE बिल्डर के मालिक अजय चौधरी के कई ठिकानों पर एक साथ हुई है। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक और करीबी पर आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की है। दिल्ली और NCR के बड़े बिल्डर अजय चौधरी के ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा पड़ने की खबर आई तो सोशल मीडिया पर भी इसकी जमकर चर्चा हो रही है। ACE बिल्डर के नोएडा के सेक्टर 126 स्थित कॉरपोरेट ऑफिस पर आयकर विभाग की टीम सुबह 8 बजे पहुंची थी। 14 अधिकारियों की टीम ने वहां पर छापे की कार्रवाई शुरू की थी।

आपको बताते चलें कि इस कॉरपोरेट ऑफिस के अलावा नोएडा और ग्रेटर नोएडा में चल रहे सभी प्रोजेक्ट्स पर छापे की कार्रवाई एक साथ चल रही है। रेड के दौरान सुरक्षकर्मियों के सभी मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए वहीं एकाउंट से संबंधित लोगों को फोन करके बुलाया गया है। आपको बता दें कि ACE ग्रुप के नोयडा, दिल्ली और आगरा में स्थित कई ठिकानों पर बड़े पैमाने पर IT की रेड चल रही है। इस दौरान अभी तक ग्रुप की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। गौरतलब है कि इससे पहले यूपी में अखिलेश यादव के करीबी इत्र कारोबारी और समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी के ठिकानों पर आयकर विभाग छापेमारी की छापेमारी हुई थी। आयकर विभाग की टीम ने तब कन्नौज, कानपुर, दिल्ली और मुंबई में 50 अलग-अलग जगहों पर रेड डाली थी। इसी सिलसिले में मुंबई के विलेपार्ले, अंधेरी, गोरेगांव और मलाड में पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी के ठिकानों की तलाशी हुई थी। 

इनकम टैक्स विभाग की टीम ने कन्नौज में मोहम्मद याकूब परफ्यूम पर इनकम टैक्स की रेड की थी। इस बीच खबर आई कि कन्नौज में पम्पी जैन की फैक्ट्री और घर पर आयकर विभाग की छापेमारी खत्म हो गई है। आरोपी के घर, फैक्ट्री और अन्य ठिकानों से जो अहम दस्तावेज, इलेक्ट्रानिक्स एविडेंस आदि मिले हैं उन्हें आयकर की टीम अपने साथ ले गई है। कन्नौज में पम्पी जैन के ठिकानों से छापेमारी के बाद लखनऊ वापस पहुंच गई। आगे के अपडेट की बात करें तो पम्पी जैन को आयकर विभाग की हिरासत से रिहा कर दिया गया है। इससे भी पहले कानपुर निवासी और कन्नौज में इत्र का कारोबार करने वाले पीयूष जैन के यहां इनकम टैक्स और अन्य एजेंसियों की रेड में अरबों रुपये के काले धन का खुलासा हुआ था।


Comments