कपड़ा एवं जूतों पर GST की बढ़ी हुई दरों को वापिस लेने की पुनः माँग…
माँगे पूरी नहीं होने पर व्यापारी सड़कों पर आकर करेंगे आंदोलन
ग्वालियर। कपड़ा एवं 1000 से कम कीमत के जूते पर जीएसटी की दर 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने के विरोध में आज एक बैठक का आयोजन ‘चेम्बर भवन’ में किया गया। बैठक की अध्यक्षता कर रहे, एमपीसीसीआई, अध्यक्ष-विजय गोयल एवं बैठक का संचालन कर रहे, मानसेवी सचिव-डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने जीएसटी की दरों में 7% की वृद्धि के विरोध में सम्पूर्ण म. प्र. के कपड़ा एवं रेडीमेड व्यवसाईयों द्वारा आज किए गए सफल बंद के लिए सभी व्यवसाईयों के प्रति आभार व्यक्त किया।
अध्यक्ष-विजय गोयल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा कपड़ा एवं 1000 से कम कीमत के जूते पर जीएसटी की दर 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने का निर्णय, राष्ट्रीय आंदोलन बन गया है। “म. प्र. जीएसटी संघर्ष समिति, इन्दौर” के आव्हान पर आज प्रदेशभर के कपड़ा एवं रेडीमेड व्यवसाईयों द्वारा अपने कारोबार को बंद रखकर, व्यापारिक एकता का संदेश दिया है। इस बंद के आव्हान का एमपीसीसीआई ने समर्थन करते हुए, ग्वालियर-चंबल संभाग सहित सम्पूर्ण म. प्र. के कपड़ा व रेडीमेड के व्यवसाईयों से अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की गई थी, जिसका प्रभाव आज देखने में आया है।
आपने कहाकि जब भी व्यवसाईयों पर कोई संकट आया है, एमपीसीसीआई ने आगे आकर आंदोलनों को लीड किया है और यह कार्य आगे भी जारी रहेगा, परन्तु हमें कल जीएसटी काउंसिल की आयोजित होने वाली बैठक का इंतजार करना चाहिए और यदि इस बैठक में कपड़ा एवं 1000 से कम कीमत के जूते पर जीएसटी की दर को कम नहीं किया जाता है, तो पुनः हम सभी एक बैठक आयोजित करेंगे और उसमें आंदोलन की रणनीति को अंतिम रूप देंगे।
साथ ही, आपने कहा कि चेम्बर ऑफ कॉमर्स सदैव हमारा साथ व सहयोग करता रहा है । बैठक में कपड़ा व्यवसाई, कैलाश मित्तल, बालमुकुन्द गुप्ता, नरेश कुमार सिंहल, गिरधारीलाल चावला, अशोक चावला, प्रदीप भवानी, सोहन अग्रवाल, कुंजन बत्रा, किशोर कुमार आहूजा एवं ओमप्रकाश निहलानी आदि ने केन्द्र सरकार के उक्त निर्णय का तीव्र विरोध करते हुए, कल आयोजित होने वाली बैठक का इंतजार करने की बात कही । बैठक में काफी संख्या में कपड़ा व्यवसाई उपस्थित थे।
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