रंग बिरंगी रोशनी से आकाश हुआ रोशन…
ग्वालियर में पूरे जोश और उल्लास के साथ मनी दीपावली
ग्वालियर में पूरे जोश और उल्लास के साथ रोशनी के पर्व दीपावली मनाई गई है। घर-घर में दीप जले हैं। इन दीप की रोशनी ने एक बार फिर शहर के लोगों के जीवन में खुशियां बिखेरीं हैं। बीते दो साल से कोविड के साए में सभी त्योहारों का रंग हल्का रहा था। साल 2020 की दीपावली भी शहर के लोगों के लिए बड़ी मुश्किल भरी रही थी। पर इस बार दीपावली पर कोरोना के हालात नियंत्रण में हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज तो लग ही चुकी है। यही कारण है कि घर-घर में खुशी का माहौल है।
गुरुवार रात शहर के आकाश में रंग बिरंगी रोशनी की आतिशबाजी और पटाखों के शोर ने बता दिया कि इस बार दीपावली पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाई जा रही है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने बड़े व शोर वाले पटाखों पर रोक लगाई थी इसलिए शोर वाले पटाखे कम ही चले हैं। कार्तिक कृष्णपक्ष अमावस्या के दिन दीपावली श्री महालक्ष्मी पूजा एवं दीपोत्सव मनाया जाता है। इस वर्ष दीपावली पर अमावस्या तिथि का प्रारंभ आज (गुरुवार) को सुबह 6.03 बजे से हो गया था। यह तिथि देर रात 2.44 बजे तक रही। विशेष बात यह है कि इस दीपावली पर तुला राशि में सूर्य, मंगल, चंद्र, बुध की युति होने के कारण चतुर्ग्रही योग बना रहा।
इसके साथ ही सुबह 7.41 बजे से स्वाति नक्षत्र का प्रारंभ हो गया था जो शाम 5 बजे तक रहा। रात 8 बजे तक प्रदोष बेला में शहर के घर-घर श्रीमहा लक्ष्मी का पूजन हुआ और दीप जलाए गए। इस बार विशेष मुहूर्त होने और दीपावली के दिन स्वाति नक्षत्र में सूर्य, चंद्र, मंगल इन ग्रहों का भ्रमण रहने से यह दीपावली विद्युत, दूरसंचार, पेट्रोलियम पदार्थ एवं राजनेताओं के लिए, कूटनीतिज्ञ, सर्जन, प्राण रक्षक औषधि निर्माण करने वाले या उससे जुड़े लोगों के लिए काफी लाभकारी मानी गई है।
- गुरुवार को दीपावली पर रात 8 बजे घर-घर में लक्ष्मी माता का पूजन हुआ। घरों के बाहर दीप जलाए गए और आकर्षक रोशनी से गली मोहल्ले दमकते रहे। इसके बाद बच्चांे और बड़ों ने आतिशबाजी कर दीपावली का जश्न मनाया। एक दूसरे को मिठाई खिलाकर दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
- दीपावली पर आतिशबाजी का चलन है। सुप्रीम कोर्ट ने तेज आवाज व धमाके वाले पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था। इसलिए गुरुवार को शहर के आकाश में रोशनी वाले पटाखे ज्यादा दिखाई दिए। तेज धमाके वाले पटाखे चले, लेकिन उनकी संख्या कम थी। रंग बिरंगी रोशनी की आतिशबाजी से आसमान रोशन रहा।
- लोग सुकून से दीपावली का त्योहार मना सके इसके लिए पुलिस भी अपने स्तर पर सतर्क रही। शहर में 500 अतिरिक्त जवान लगाए गए थे। साथ ही थाना बल भी अलर्ट था। पुलिस की मोबाइल लगातार इलाकों में गश्त करते हुए नजर आ रही थीं। जिससे असामाजिक तत्व किसी को अपना शिकार न बना सकें।
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