इधर उधर वाहन पार्क किये तो यातायात पुलिस और स्मार्ट सिटी के कारिंदे उठा ले जाते है वाहन...

 सावधान...

अवैध पार्किंग व्यवस्था यातायात के नाम पर हो रही है अवैध वसूली !

इधर उधर वाहन पार्क किये तो यातायात पुलिस और स्मार्ट सिटी के कारिंदे उठा ले जाते है वाहन...

ग्वालियर में इन दिनों यातायात पुलिस और स्मार्ट सिटी की मनमानी चल रही है। अवैध पार्किंग और यातायात के नियमों के उलंघन के नाम पर छोटे वाहन चालकों के साथ बदतमीजी और अवैध उगाही चल रही है। एक तरफ तो यातायात पुलिस के कर्मचारी छोटे वाहन चालकों से बीच रोड पर खड़े होकर उगाही करते हैं। उन्हें शहर में जगह जगह लगते जाम से कोई मतलब नहीं है। इसी तरह स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी लोगों के घर मनमाने तरीके से यातायात पुलिस के नाम पर चालान भेजकर  और कोर्ट का डर दिखाकर अवैध वसूली कर रहे हैं। 

जबकि स्मार्ट सिटी के द्वारा लगाए गए सिग्नल ठीक से काम नहीं करते हैं। लेफ्ट साइट किलियर हो नहीं पा रही है। लेकिन अधिकतर दो पहिया वाहन चालकों के घर ई चालान पहुंच रहे है। जबकि फोर वहीलर वाहन चालकों के खिलाफ इस पकार की कारवाही करने से दोनों ही विभाग बचते हैं। इस महकमे के लोग वाहन चालकों, लड़कियों, महिलाओं के साथ तक बुरा व्यवहार करते है। फिर अवैध उगाही के बाद ही वाहन छोड़ते है। मजेदार बात यह है कि इन लोगों को सत्ता का भी डर नहीं है। विभाग भाजपा नेता, उनके समर्थक व लोगों को भी नहीं छोड़ रहे है।ग्वालियर मे इनकी दादागिरी से लोग परेशान है।  


विभाग के अघिकारियों को भी कर्मचारियों के गलत व्यवहार से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। अगर दो-चार मिनट को कोई भी अपना वाहन इधर उधर पार्क करके अपने कुछ काम या खरीदी करने लगता है तो यातायात विभाग की गाड़ी आकर उनके वाहन को उठा लेती है उसके बाद बस फिर तमाशा खड़ा हो जाता है। विभाग के लोग वाहन मालिक के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार करते है और अपने पद का नाजायज फायदा उठाते है। वाहन मालिक जब अपने बीबी बच्चों के साथ होता है इसका वह ज्यादा ही फायदा उठा उसके साथ बदतमीजी तक करते है। ज्यादा बात बढ़ने पर जब इस विभाग के कर्मचारी कुछ देने की बात कर वाहन छोड़ने की कहते है।

 उसको नाजायज परेशान करते है। जब पैसे मिल जाते है उसके बाद ही वाहन गाडी से उतारते है इस दौरान उनके वाहन तक डैमेज हो जाता है। ऐसा ही व्यवहार विभाग के कर्मचारियों का महिलाओं और लड़कियों के साथ होता है। ज्यादा बात बढ़ने पर थाने आने तक की धमकी देते है। रोज-रोज के विभाग के कर्मियों की गुंडागर्दी से आमजन परेशान है। इतना ही नहीं ये विभाग के कर्मी भाजपा नेताओं व उनके लोगों तक को नहीं छोड़ रहे है। हालात यह है कि यातायात पुलिस डीएसपी भाजपा नेताओं, आमजन, समाजसेवी, पत्रकार तक के फोन तक नहीं उठाते। जो उनके विभाग के कर्मियों की काली कारगुजारी बताने फोन लगाते है

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