नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की…

गोपाल मंदिर में राधाकृष्ण ने पहने 100 करोड़ के गहने

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ग्वालियर के सबसे चर्चित गोपाल मंदिर में सिंधिया रियासत कालीन 100 करोड़ रुपए के बेशकीमती गहनों से सजे राधाकृष्ण के दर्शन करना चाहते हैं तो मंदिर आने की जरुरत नहीं है। नगर निगम ने अपने फेसबुक पेज पर गोपाल मंदिर दर्शनों की LIVE व्यवस्था रखी है। क्योंकि कोविड के चलते फिजिकल दर्शन पर अभी रोक है। ऐसे में यदि आप गोपाल मंदिर के गहनों से सजे राधाकृष्ण को देखना चाहते हैं तो बस आपको ग्वालियर नगर निगम की इस लिंक - https://m.facebook.com/story.phpstory_fbid=261287932329330&id=100011042163763 पर क्लिक करना पड़ेगा। इसके बाद आप सीधे मंदिर के अंदर गहनों से सजे भगवान के दर्शन कर सकेंगे। न तो आपको भीड़ में धक्के खाने पड़ेंगे न ही लाइन में लगकर अपनी बारी का लंबा इंतजार करना पड़ेगा। सोमवार को जन्माष्टमी पर शहर के मंदिर को आकर्षण ढंग से सजाया गया है। पूरे शहर में उत्साह है। इतना ही नहीं भगवान श्रीकृष्ण को अपने कुल का मानने वाले यादव समाज ने हर साल की तरह वाहन रैली भी निकाली है। 

जिसमें दोपहिया वाहन के अलावा कार, जीप व ट्रैक्टर-ट्रॉली भी शामिल रहे हैं। नगर निगम ग्वालियर द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्ठमी महोत्सव फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए हर्षोल्लास से मनाई जा रही है। इस महोत्सव की तैयारियों को लेकर सभी तैयारियां पूरी करने के बाद सोमवार दोपहर पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सेन्ट्रल बैंक से सिंधिया रियासत कालीन बेशकीमती गहनों को लेकर आया गया। सबसे पहले मंदिर परिसर में सभी गहनों की जांच और नग की गणना की गई। इसके बाद पुजारी ने भगवान राधाकृष्ण का इन 100 करोड़ रुपए के सिंधिया रियासत के बेशकीमती गहनों से श्रृंगार किया। राधाकृष्ण के श्रृंगार में नगर निगम द्वारा बैंक लॉकर में संचित करोड़ों रुपए के गहने उपयोग किए गए। जिसमें सफेद मोती वाला पंचगढ़ी हार, सात लढ़ी हार जिसमें 62 असली मोती और 55 पन्ने हैं। 

इसके अलावा सोने के तोड़े तथा सोने का मुकुट कृष्ण पहनाए गए। गोपाल मंदिर की राधाजी का ऐतिहासिक मुकुट जिसमें पुखराज और माणिक जड़ित के पंख है तथा बीच में पन्ना लगा है, तीन किलो वजन के इस मुकुट इसमें लगे 16 ग्राम पन्ने से सजे गहनों से सजाया गया। राधाकृष्ण के श्रृंगार के लिये अन्य गहने जिनमें श्रीजी तथा राधा के झुमके, सोने की नथ, कण्ठी, चूड़ियां, कड़े इत्यादि से भगवान को सजाया गया। भगवान के भोजन इत्यादि के लिये भी प्राचीन बर्तनों की सफाई कर इस दिन भगवान का भोग लगाया जाएगा। लगभग 60 लाख रुपए कीमत के चांदी के विभिन्न बर्तनों से भगवान की भोग आराधना होगी। जिनमें भगवान की समई, इत्र दान, पिचकारी, धूपदान, चलनी, सांकड़ी, छत्र, मुकुट, गिलास, कटोरी, कुंभकरिणी, निरंजनी आदि सामग्रियों का भी प्रदर्शन रात को किया जाएगा। नगर िनगम ने फेसबुक पर गोपाल मंदिर के लाइव दर्शन की व्यवसथा की है। जिसके लिए https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=261287932329330&id=100011042163763 इस लिंक पर क्लिक कर दर्शन किए जा सकते हैं। 

इस बार मंदिर पर सीधे दर्शन करने पर रोक है। मंदिर के बाद रात के समय एक बड़ी LED स्क्रीन पर भी दर्शन कराए जाएंगे। - मंदिर पर नगर निगम के अफसर-कर्मचारी के अलावा पुलिस का कड़ा पहरा है। करीब एक ASP, 2 CSP, 4 TI सहित करीब एक सैकड़ा पुलिस जवान अफसर मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा में तैनात हैं। मंदिर के गेट पर मैटल डिटेक्टर गेट लगाए गए हैं। जिससे कोई भी अंदर आने और जाने वाला न तो कोई मैटल अंदर ले जा सकता है न ही अंदर से बाहर ला सकता है। कड़ी सुरक्षा में चयनित लोगों को दर्शन कराए जा रहे हैं। मंदिर की सुरक्षा और हर हरकत पर नजर रखने के लिए CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं। मंदिर में भगवान की मूर्ति से लेकर हर सेक्शन पर चार-चार CCTV कैमरे लगे हैं। जो एक कन्ट्रोल रूम से कनेक्ट हैं। यहां पुलिस और नगर नगम व जिला प्रशासन के अफसर नजर बनाए हुए हैं।

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