ग्वालियर में उपद्रवियों से निपटने BSF ने बनाए नए ग्रेनेड-सेल

मिनी पैलेट टियर स्मोक ग्रेनेड-नई तकनीक में अब…

ग्वालियर में उपद्रवियों से निपटने BSF ने बनाए नए ग्रेनेड-सेल

ग्वालियर। सुरक्षाबलों के सामने अब उपद्रवियों का ज्यादा देर टिकना संभव नहीं होगा इनके छक्के छुड़ाने के लिए सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) ग्वालियर की टेकनपुर अकादमी में अश्रु गैस इकाई ने नए ग्रेनेड और शेल तैयार किए है। कोरोना काल में ही अश्रुगैस इकाई की टीम ने शोध करके इन्हें तैयार किया है जो पहले से अत्याधुनिक और ज्यादा प्रभावी ग्रेनेड-शेल है। बीएसएफ की यह अश्रु गैस इकाई देश में इकलौती है जो पर्यावरण हितैषी शोध करते हुए ग्रेनेड-शेल तैयार करती है। 

3 नए शोध में मिनी पैलेट टियर स्मोक ग्रेनेड, मल्टी पैलेट शॉर्ट रेंज शेल और क्विक रिलीज ग्रेनेड तैयार किए गए है। ग्वालियर की इस इकाई से देश-विदेश की सुरक्षा एजेंसियां भी ग्रेनेड और शेल लेती है। मिनी पैलेट टियर स्मोक ग्रेनेड- नई तकनीक में अब मिनी पैलेट टियर स्मोक ग्रेनेड तैयार किया है जो हवा में 4 भागों में बंटकर उपद्रवियों के छक्के छुड़ा देगा। यह 20 सेकंड में अपना काम कर देता है और हवा में बंटकर अश्रु गैस छोड़ देता है। चार भागों में बंटने के कारण उपद्रवी इधर-उधर भी होंगे तो बच नहीं पाएंगे। 

मल्टी पैलेट शॉर्ट रेंज शेल- मल्टी पैलेट शॉर्ट रेंज शेल तैयार किया है जो तीन भागों में बंटकर 60 मीटर तक मार करता है। यह गन से चलाया जाता है। इसमें से निकलने वाले धुंए के कारण उपद्रवी एक जगह पर नहीं टिक पाएंगे और उन्हें हटना ही पड़ेगा। क्विक रिलीज ग्रेनेड- क्विक रिलीज ग्रेनेड तैयार किया गया है जो 5 सेकंड में पूरा धुंआ निकालकर अधिक संख्या में एकत्रित उपद्रवियों को भी तितर-बितर होने पर मजबूर कर सकता है। यह उपद्रवियों के ज्यादा संख्या में एकत्रित होने जैसी जगहों पर उपयोग के लिए तैयार किया गया है।

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