लेकिन वे इस जिंदगी को भी कितनी जीवंतता से एंजॉय कर रही है यह वाकई काबिले तारीफ है
वक्त इंसान को कब अर्श से फर्स पर पहुंचा दे इसका जीवंत उदाहरण हैं ये मोहतरमा...
लेकिन वे इस जिंदगी को भी कितनी जीवंतता से एंजॉय कर रही है यह वाकई काबिले तारीफ है
वक्त इंसान को कब अर्श से फर्स पर पहुंचा दे इसका जीवंत उदाहरण हैं ये मोहतरमा...
"मानव एकता दिवस" के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन 24 अप्रैल को...
अभियान दिखने मे छोटा सा है लेकिन...
देश की 135 करोड जनता से एक अपील !
24 घंटे मे देश की 135 करोड जनता तक संकल्प पत्र पहुंचाया जाना लक्ष्य है। यह अभियान दिखने मे छोटा सा है लेकिन अरबों रुपये के भोजन की बर्बादी को रोकेगा। संकल्प पत्र को प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने में सहभागी बन कर अभियान का हिस्सा बनें। मैं भी ये संकल्प लेता हूं।
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