आम जनता पर मनमाने तरीके से थोपे गए करों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : पाठक

प्रशासनिक व्यवस्था का फायदा उठाकर आम जनता के साथ छल…

आम जनता पर मनमाने तरीके से थोपे गए करों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : पाठक


ग्वालियर दक्षिण से विधायक प्रवीण पाठक जी ने आज नगर निगम प्रशासक को पत्र लिखकर, नगर पालिक निगम ग्वालियर के वर्ष 2021- 22 के आम बजट में प्रस्तावित तमाम प्रकार के करों में वृद्धि का विरोध किया है और इन करों को वापस लेने के लिए कहा है। विधायक प्रवीण पाठक जी ने पत्र में लिखा है कि नगर पालिक निगम ग्वालियर के प्रशासक के रूप में प्रस्तुत आम बजट वर्ष 2021- 22 में आम जनता को प्रदाय की जा रही मूलभूत सुविधाओं के बदले पिछले 3 साल से प्रशासकीय व्यवस्था में हुई निगम की कंगाल स्थिति को दबाने के लिए जलकर, सीवेज टैक्स, कचरा, संपत्ति कर, समेकित कर आदि अधिरोपित करों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर आपने सरकार की लचर प्रशासनिक व्यवस्था का फायदा उठाकर ग्वालियर की आम जनता के साथ छल किया है। विधायक पाठक ने आगे कहा है कि आम जनता को ऐसे सपने दिखाएं, जो आप साकार कर सकें। 

शहर के अधिकांश मुख्य मार्ग अमृत योजना का दंश झेल रहे हैं, आम रास्ते खुदे पड़े हैं।  शहर के विकास से ज्यादा निगम का खजाना भरने पर आपकी नजर है। निगम में कार्यरत कर्मचारियों का मासिक वेतन भी समय पर नहीं दिया जा रहा है। इस प्रकार आप कंगाल हो चुकी नगर निगम ग्वालियर का सच ग्वालियर की आम जनता के सामने क्यों नहीं रख रहे हैं ? क्यों ऐसे सपने दिखाना चाहते हैं, जो कभी पूरे नहीं हो सकते? यदि आप सपने दिखाने से ज्यादा ऊर्जा शहर के विकास में लगाते तो शहर का परिदृश्य कुछ और ही होता। शहर के विकास के लिए आपके पास कोई ठोस योजना नहीं है। विधायक श्री पाठक ने पत्र में आगे कहा है कि वर्तमान में वर्ष 2020 से अभी तक कोरोना काल में जब आम जनता के पास रोजगार नहीं हैं, व्यापारिक गतिविधियां रुकी हुई हैं। 

यदि ऐसे में आप आम जनता के साथ मानवीय संवेदना को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ग्वालियर के द्वारा अधिरोपित करों की राशि को कम करके जाते, तो ग्वालियर शहर सदैव आपको याद रखता। चूंकि वर्तमान में नगर पालिक निगम परिषद का निर्वाचित बोर्ड भंग होने से जनता द्वारा निर्वाचित कोई जनप्रतिनिधि न होने के फलस्वरूप आप निगम परिषद के एकमेव प्रशासक होकर आप सरकार के प्रतिनिधि के साथ-साथ जनता के सेवक भी हैं। विधायक श्री पाठक जी ने पत्र के अंत में लिखा है कि ग्वालियर शहर की आम जनता के साथ मानवीय एवं व्यावहारिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ग्वालियर के आम बजट वर्ष 2021- 22 में अधिरोपित करों में की गई वृद्धि को रोकने के संबंध में यथोचित/ सार्थक  कार्यवाही करें।

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