1 अप्रैल से शुरू हुआ 12 वर्षो में एक बार लगने वाला हरिद्वार महाकुंभ

प्रवेश के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य…

1 अप्रैल से शुरू हुआ 12 वर्षो में एक बार लगने वाला हरिद्वार महाकुंभ

हरिद्वार। 12 वर्षो में एक बार लगने वाले हरिद्वार महाकुंभ-2021 का इंतजार अब खत्म हुआ है, कल से यानि की 1 अप्रैल से इस महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। कल से शुरू होने वाला महाकुंभ 30 अप्रैल यानि की पुरे एक महीने चलेगा साथ ही इस बार कोरोना महामारी के लिए सबसे बड़े तीर्थस्थल में से एक पर इतने बड़े कुंभ मेले का आयोजन देखने लायक होगा इसी के साथ कोरोना के चलते इस बार के के महाकुंभ में गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं को कोविड-19 की 72 घंटे पहले तक की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी। 

इस बार का महाकुंभ इसलिए खास है क्योंकि पहली बार किसी महामारी के चलते इसे टाला नहीं गया, सभी सुरक्षाओं और सुविधाओं के अनुरुप ही इस कुंभ मेले का संचालन होना है। इतना ही नहीं इस बार के कुंभ मेले में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित 12 राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं पर विशेष नजर रहेगी। जिले के सभी बॉर्डर और मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग श्रद्धालुओं की रैंडम सैंपलिंग करेगा। साथ ही यहां आये श्रद्धालु धर्मशालाओं और होटलों में बिना कोविड निगेटिव रिपोर्ट के नहीं रुक पाएंगे। कोरोना महामारी के चलते हरिद्वार महाकुंभ में आने के लिए श्रद्धालुओं को www.haridwarkkumbhmela2021.com, www.haridwarkumbhpolice2021.com पर पंजीकरण कराना होगा। 

इस पंजीकरण के साथ ही कोरोना टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट और फिटनेस प्रमाणपत्र अपलोड करना होगा। मेले में जान से पहले सभी को पंजीकरण की रिसीप्ट मोबाइल में या इसका प्रिंट दिखाने के बाद ही श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में प्रवेश दिया जाएगा। इतना ही इस बार कोरोना के कहर के चलते मेला प्रशासन के निर्देशों के अनुसार मास्क भी अनिवार्य कर दिया गया है। इस बार कुंभ 2021 में श्रद्धालुओं को घाटों पर स्नान के लिए शारीरिक दूरी के लिए गोलों का नियम के अनुसार पालन करना होगा। सैनिटाइजेशन के लिए बूथ और टीमें लगाई गई हैं।

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