शाहजहांपुर बॉर्डर से हरियाणा में घुस रहे किसानों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

आंसू गैस के गोले दागे...

शाहजहांपुर बॉर्डर से हरियाणा में घुस रहे किसानों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन एक महीने बाद भी जारी है. वहीं रविवार को अलवर जिले के शाहजहांपुर हरियाणा बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच तनातनी का माहौल देखते ही देखते हिंसक झड़प में तब्दील हो गया. हरियाणा पुलिस प्रशासन और किसान आंदोलनकारियों के बीच झड़प इतनी बढ़ गई कि हालात को काबू करने के लिये पुलिस को किसानों पर लाठीचार्ज करना पड़ा. इतना ही नहीं उन्हें रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसूगैस के गोले भी छोड़े हैं. हाईवे पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव के बाद वाहनों का पांच किलोमीटर लंबा जाम लग गया है. 

फिलहाल सभी आंदोलनरत किसानों को हरियाणा में धारूहेड़ा के पास रोका गया है. ये सभी किसान दिल्ली में चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए रवाना हुए थे. ये हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचना चाह रहे थे. लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक दिया है. इससे पहले गुरुवार को भी राजस्थान में किसानों के एक ग्रुप ने राजस्थान-हरियाणा के बॉर्डर शाहजहांपुर में जबरन घुसने की कोशिश की थी. करीब एक दर्जन ट्रैक्टरों ने हरियाणा पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ते हुए हरियाणा में प्रवेश कर लिया था और दिल्ली की तरफ रवाना हो गए थे. किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष के दौरान किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार की. हालांकि आंदोलनकारी किसानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले एक महीने से भी अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे किसानों की मुश्किलें रातभर हुई बारिश ने बढ़ा दीं हैं. 

लगातार बारिश होने से आंदोलन स्थलों पर जलजमाव हो गया है. संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेता ने कहा कि किसान जिन तंबूओं में रह रहे हैं वह वॉटरप्रूफ हैं लेकिन ये ठंड और जलभराव से उनका बचाव नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से प्रदर्शन स्थलों पर हालात बहुत खराब हैं, यहां जलभराव हो गया है. बारिश के बाद ठंड बहुत बढ़ गई है लेकिन सरकार को किसानों की पीड़ा नजर नहीं आ रही. मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली के कई इलाकों में भारी बारिश हुई तथा बादल छाए रहने और पूर्वी हवाओं के चलते न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई है.

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