असहिष्णुता का दूसरा नाम ममता : नड्डा

बंगाल में बवाल…

असहिष्णुता का दूसरा नाम ममता : नड्डा

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दौरे पर निकले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने काफिले पर आज हमला हुआ. इस दौरान अज्ञात लोगों की भीड़ ने उनके गाड़ियों के काफिले पर पथराव किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए. इसके बाद देर शाम नड्डा ने कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा ये हमला ममता सरकार की सोच दिखाता है. बंगाल के लोग खौफ में जी रहे हैं. जो बंगाल विचारों के आदान-प्रदान के लिए जाना जाता रहा. बंगाल जिसने देश और दुनिया को दृष्टि दी. उस बंगाल में आज ममता सरकार ने जिस तरीके से राजनैतिक घटनाक्रम चलाया है ये अत्यंत घातक है. ये स्पष्ट बताता है कि असहिष्णुता-ममता का नाम है. ये घटना बंगाल के बारें में एक गलत धारणा बनाने के लिए प्रमाण के रूप में हमारे सामने आती है।

साफ दिखता है कि यहां अराजकता है, असहिष्णुता है और पॉलिटिकल डिबेट के लिए कोई स्थान नहीं है. नड्डा ने आगे कहा कि बंगाल में ममता इन्टोलेरेंस की राजनीति कर रही हैं. आज हमारे 8 बच्चे हॉस्पिटल में हैं. वो बंगाल के बच्चे हैं, जिनके ऊपर अटैक हुआ. मैं बुलेटप्रूफ गाड़ी की वजह से बच सका. लेकिन कैलाश और अनुपम हजरा घायल हो गए. अगर ममता सरकार को लगता है कि हम इन हमलों को कारण हम डर जाएंगे या रुक जाएंगे तो ये उनकी गलतफैमी है. नड्डा ने कहा कि बंगाल में रिश्वत का बोलबाला है. बिना रिश्वत के वहां कोई काम नहीं होता. बिना कमीशन शवों का अंतिम सरकार नहीं किया जाता होता. 

पूरे बंगाल में अराजकता का माहौल है. बंगाल के लोग जल्द ही इस पारिवारिक पार्टी को नमस्ते बोलेंगे और कमल का बटन दबाकर भाजपा को डबल इंजन की सरकार बनाने का मौका देंगे. लोग जल्द ही ममता राज को अलविदा बोल, रविंद्रनाथ टैगोर के बंगाल की वापस स्थापना करेंगे. नड्डा ने बताया, 'बंगाल की सुन्दर भाषा, संस्कृति सबसे महान रही है. आजादी की लड़ाई हो या सांस्कृतिक लड़ाई, उसकी स्थली बंगाल रही है. लेकिन आज ममता जी की भाषा से पता चलता है कि वो बंगाल को कितना नीचे ले गई हैं. मैं ममता बनर्जी से कहना चाहता हूं कि हमारा एक-एक कार्यकर्ता सभी निर्वाचन क्षेत्रों में जाकर भाजपा के लिए काम करेगा. कमल खिलाएगा और विचारधारा के आदान-प्रदान से लोगों का दिल जीतेगा.'

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