खुशहाल किसान और मजदूर करते है एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण

खुशहाल किसान और मजदूर करते है एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण

देश के किसान की चिंता किसी को नही है। देश पर जो वो राज कर रहे है जो आर्थिक रूप से सम्पन्न है और उनकी संख्या मेरे हिसाब से करीब 3 से 4 प्रतिशत होगी हमारे देश के किसान के हित की चिंता जितनी पूर्व प्रधानमंत्रीयों ने की उतनी चिंता 90 के दशक के बाद नही हुई देश को मजबूत और समृद्धशाली बनाने में सदैव किसान ही अग्रणी रहा है और आज भी है जब देश मे हर क्षेत्र में जी डी पी गिर रही है उस समय भी किसान ने कृषि के क्षेत्र में जी डी पी को ज्यादा नही गिरने दियाl

ये हमारे देश का किसान जिसकी चिंता आज किसी को नही है वो अपने श्रम से है अपने को खुशहाल बनाता है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नेहरू जी ने इस बात को माना था कि उधोग के साथ साथ गाँव व किसान का भी विकाश हो इसी लिए सिंचाई के कार्य नहरें व बांध और बिजली के सयंत्र लगाने का कार्य किया और उसी कड़ी को आगे बढ़ाने का कार्य किया देश के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री शास्त्री जी ने जिन्होंने कहा जय जवान जय किसान और गाँव और किसान को मजबूत करने का काम तेजी से किया देश की प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा जी ने उहोने बैंक का सरकारी करण कर के बैंक से सस्ता कर्ज किसान को उपलब्ध करा कर किसान को साहूकार के चंगुल से मुक्त करानें का कार्य किया और बाद के प्रधानमंत्री भी किसान व गांव के लिए फिक्रबंद रहे और काम करते रहेंl

देश के वर्तमान प्रधान मंत्री जी तो किसान को एक बार फिर उसी युग मे भेजने का काम कर रहे जब किसान बीज से लेकर हर चीज के किसी ना किसी बड़े आदमी के अधीन रहता था आज की सरकार फिर से किसान व गाँव की अर्थव्यस्था को तोड़ने जा रही है। इस सरकार के खिलाफ हर किसान हितैषी और गाँव के विकाश और देश के गरीबों के हितों की चिंता करने बाले को आगे आना होगा और किसान विरोधी इस काले आध्यदेश को वापिस लेने के लिये सरकार को मजबूर करना होगा।


मेरे विचार से खुशहाल किसान,मजदूर व गरीब एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करते है।

जब आगे बड़ेगा गरीब,किसान व मजदूर और होगा गाँव का विकाश तबही सच होगा महात्मा गांधी जी के सपनो के भारत निर्माण।

जो तीन किसान बिल जबरन पास करवा लिए 

गए वो क्या हैं जानते हैं - 

1. जमाखोरी कालाबाजारी अनुमति का कानून है

(अनिवार्य वस्तु अधिनियम 1955 में संसोधन बिल ) 

2. किसान को बंधुआ बनाने का कानून है

(अम्बानी के लिए कांट्रेक्ट फार्मिंग बिल)

3. किसान की मंडी तोड़ो, उसको मिलने व्सलि MSP छोड़ो कानून है ( APMC को बाई पास करने के लिए बिल) कुल मिलाकर वालमार्ट, रिलायंस फ्रेश की संख्या बढ़ेगी, मध्यम छोटे व्यापारी की दुकानें बंद होगी और किसान के पास सिवाय आत्महत्या के कोई रास्ता नहीं बचेगा ।

यदुनाथ सिंह तोमर

       


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