अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेषनल कन्वेंषन सेंटर का लोकार्पण 25 को

जीवाजी विश्वविद्यालय में छात्रों के सर्वागींण विकास हेतु…

अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेषनल कन्वेंषन सेंटर का लोकार्पण 25 को


जीवाजी विश्वविद्यालय में छात्रों के सर्वागींण विकास को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा बहुप्रतीक्षित इन्टरनेशनल मल्टी आर्ट काम्पलेक्स का निर्माण किया गया है। मल्टी आर्ट काम्पलेक्स का नाम ‘‘अटल बिहारी वाजपेयी इन्टरनेशनल कन्वेंशन सेन्टर’’ रखा गया है। इसका निर्माण मध्यप्रदेश शासन की संस्था प्रोजेक्ट इम्पलीमेन्टेशन यूनिट (पी.आई.यू.) द्वारा किया गया है। इसके निर्माण में कुल लागत 23 करोड़ रूपये आई है। यह कन्वेंशन सेन्टर लगभग एक लाख वर्गफीट में फैला हुआ है। इसमें एक विशाल आॅडोटोरियम, एक ओपन थियेटर, पाॅच सेमीनार हाॅल, एक कान्फे्रंस हाॅल तथा एक आर्ट गैलरी स्थित है। कन्वेंशन सेन्टर का मुख्य आकर्षण इसका विशाल आॅडोटोरियम है जिसको कि गुलमोहर  नाम से जाना जाता है। यह आॅडोटोरियम 10500 वर्गमीटर में निर्मित है तथा इसमें लगभग 2000 छात्रों के बैठने की व्यवस्था है। आॅडोटोरियम में सुविधा हेतु पुश बैक सीटें लगाई गई है जो कि सामान्यतः मल्टीपलेक्स थियेटर में उपयोग की जाती हैं। 

लंबे समय तक बैठने के लिये यह सीटे काफी सुविधाजनक हैं। आॅडोटोरियम के तापमान को सामान्य से कम रखने हेतु इसकी छत में थर्मल इन्सूलेटेड मटेरियल का उपयोग किया गया है। आॅडोटोरियम को एक केन्द्रीयकृत कूलिंग सिस्टम का उपयोग कर वातानुकूलित बनाया गया है। जिससे कि छात्रों को विभिन्न मौसम में कार्य करने में कोई असुविधा न हो। आॅडोटोरियम में साउण्ड एवं लाईट का काम्बीनेशन इस प्रकार लगाया गया है कि स्टेज पर तथा हाॅल में प्रकाश एवं साउण्ड बिना किसी बाधा एवं ईको के पहुंच सके। आॅडोटोरियम में वुडन स्टेज के साथ-साथ बैक स्टेज एवं म्यूजिशियन किट भी बनाई गई है।  महिला एवं पुरूषों के लिये स्टेज पर ही अलग-अलग ग्रीन रूम की व्यवस्था की गई है। आॅडिटोरियम में तीन फ्लोर है तथा 1500 वर्गफीट का लाॅबी स्पेस की व्यवस्था है, जिसमें कार्यक्रम समाप्त के पश्चात् खान-पान की व्यवस्था की जा सकती है। आॅडिटोरियम के प्रत्येक छोर पर छात्रों एवं छात्राओं के लिये अत्याधुनिक टाॅयलेट बनाये गये है। बालकनी में जाने के लिये सीढ़ीयों के साथ-साथ लिफ्ट की भी व्यवस्था है। 

आॅडिटोरियम में पाँच काॅन्फ्रेंस हाॅल है जिनको कि अमलतास, मोलश्री, हरश्रृ्रगांर, पलाश व चांदनी के नाम पर नामकरण किया गया है। सभी हाॅल में आधुनिक सुविधायें उपलब्ध है। सर्वसुविधायुक्त यह आॅडिटोरियम विश्वविद्यालय में होने वाले छात्र-छात्राओं के सास्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम, यूथ फेस्टिवल, सम्मेलन, कारपोरेट मीटिंग एवं समारोह हेतु यह एक आदर्श स्थान है। चूंकि यह आॅडिटोरियम ग्वालियर शहर के मध्य में स्थित है अतः शहर में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु यह एक सर्वथा उपयुक्त स्थान है। आॅडिटोरियम के बाहर एक ओपन एयर थियेटर का निर्माण भी किया गया है। इसमें लगभग 1500 छात्र-छात्राओं के एकसाथ बैठकर किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद ले सकते है। इसके निचले भाग में फाईन आर्ट प्रदर्शनी के लिये एक गैलरी भी बनाई गयी है जिसमें कि फाईन आर्ट से संबंधित चित्रकला एवं मूर्तिकला की प्रदर्शनी लगाई जा सकती है। कन्वेंशन सेंटर के चारों ओर अनुपयोगी मटेरियल का उपयोग कर सुंदर कलाकृतियों को इस प्रकार से स्थापित किया गया है कि इनकी उपस्थिति काॅम्पलेक्स की सुंदरता को बढ़ा रहीं है। इसके निर्माण हेतु केन्द्रीय मंत्री माननीय नरेन्द्र सिंह जी तोमर द्वारा अपनी सांसद निधि से भी राशि उपलब्ध कराई गई है। विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा काॅम्पलेक्स की दीवारों एवं खम्बों पर ग्रामीण संस्कृति, महिला सशक्तिकरण एवं शिक्षा पर आधारित पेंटिग्स बनाई गई है जिससे कि इसकी संुंदरता देखते ही बनती है।

काॅम्पलेक्स के बाहर चारों ओर सुन्दर वृक्ष लगाये गये हैं जो कि ग्वालियर में विशेष रुप से पाये जाते है। सुरक्षा की दृष्टि से इस काॅम्पलेक्स में जगह जगह पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये हैं। रात्रि के लिए उचित लाइटिंग की व्यवस्था की गई हैं। काॅम्पलेक्स के बाहर वाहनों के पार्किंग हेतु उचित एवं पर्याप्त स्थान उपलब्ध है। विश्वविद्यालय में समय≤ पर छात्रों के विश्वविद्यालय, प्रदेश एवं जोनल स्तर के सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं युवा उत्सव आयोजित होते रहते हैं जिसमंे कि काफी संख्या में छात्र/छात्रायें भाग लेते हैं। कभी-कभी खराब मौसम होने के कारण इनके आयोजन में बाधा उत्पन्न हो जाती है, इस कन्वेंशन हाॅल के निर्माण होने से अब यह कार्यक्रम बिना किसी बाधा के आयोजित हो सकेंगे। यह विश्वविद्यालय ग्वालियर एवं चंबल संभाग का एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है तथा यहां पर वर्ष भर विभिन्न विषयों के सेमीनार, सिम्पोजियम, वर्कशाप आदि आयोजित किये जाते हैं।  इनके आयोजन में यह केन्द्र अत्यधिक उपयोगी सिद्व होगा। ग्वालियर शहर देश की राजधानी नई दिल्ली के समीप होने के कारण विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक समारोह आयोजित करने के लिये सर्वथा उपयुक्त स्थान होने की संभावना रखता है। चंूकि इस शहर में पर्यटन की अपार संभावनायें है अतः विश्वविद्यालय में स्थापित कन्वेंशन सेंटर का उपयोग किसी भी राष्ट्रीय एवं अन्र्तराष्ट्रीय समारोह के लिये एक वैकल्पिक स्थान के रुप में उपयोग किया जा सकता है। 

जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी मल्टी आर्ट कन्वेशन सेन्टर ग्वालियर शहर के लिये ही नहीं बल्कि देश के लिये भी एक उत्कृष्ट उपलब्धि है। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलाधिपति एवं राज्यपाल मप्र आनंदी बेन पटेल करेंगी। मुख्य अतिथि के तौर पर मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, अतिविशिष्ट अतिथि माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, माननीय सांसद राज्यसभा ज्योतिरादित्य सिंधिया होंगे। विशिष्ट अतिथि माननीय गृह, जेल, संसदीय कार्य, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री मप्र शासन नरोत्तम मिश्रा, माननीय उच्च शिक्षा मंत्री मप्र शासन मोहन यादव, माननीय उर्जा मंत्री मप्र शासन प्रद्युम्न सिंह तोमर, माननीय महिला बाल एवं विकास मंत्री मप्र शासन इमरती देवी, माननीय उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), नर्मदा घाटी विकास मंत्री भारत सिंह कुशवाह, माननीय सांसद लोकसभा विवेक शेजवलकर होंगे। विवि की ओर से कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, कुलाधिसचिव प्रो. डीडी अग्रवाल, कुलसचिव डाॅ आनंद मिश्रा मौजूद रहेंगे। दिनांक व समय- 25 सितंबर, शाम 7.30 बजे। इस संबंध में एक प्रेसवार्ता गुरूवार को जीवाजी विवि के राजवाड़े कक्ष में हुई। वार्ता में कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, रेक्टर प्रा. डीडी अग्रवाल, रजिस्ट्रार प्रो आनंद मिश्रा, पीआरओ डाॅ केशव सिंह गुर्जर, कार्यपरिषद सदस्य अनूप अग्रवाल, वीरेंद्र सिंह गुर्जर, शिवेंद्र सिंह राठौड़, संगीता चैहान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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