महाराष्ट्र में अचानक एक महात्मा तैयार हो गया : संजय राउत

शिवसेना ने सोनू सूद को बताया बीजेपी का प्यादा…
महाराष्ट्र में अचानक एक महात्मा तैयार हो गया : संजय राउत

मुंबई से प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर तक भेजने में जुटे अभिनेता सोनू सूद की आलोचना पर शिवसेना को उसके ही सहयोगी ने खरी-खरी सुनाई है. महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ सत्ता में साझीदार कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा है कि शिवसेना को सोनू सूद के खिलाफ ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था. सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के लिए भगवान बन कर आए हैं. इस मामले में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का भी बयान आया है जिन्होंने सूद के कार्यों की तारीफ की है. इसके बाद शिवसेना नेता संजय राउत अब अकेले पड़ते दिख रहे हैं. बता दें कि शिवसेना के मुखपत्र सामना में संजय राउत ने सोनू सूद की आलोचना की है और कहा है कि वो बीजेपी के कहने पर मजदूरों को घर भेजने में जुटे हैं. 

संजय राउत ने कहा है कि महाराष्ट्र में अचानक एक महात्मा तैयार हो गया है. उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में सोनू सूद पीएम से मिलेंगे और बीजेपी के लिए यूपी-बिहार में प्रचार करेंगे. दूसरी ओर, शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि कई प्रवासियों को उनके घर भेजकर सोनू सूद ने काबिले तारीफ काम किया है. देशमुख ने कहा कि उन्होंने नहीं सुना कि संजय राउत ने इस बारे में क्या कहा है. सोनू सूद या कोई भी व्यक्ति ऐसी पहल करता है तो हमलोग उसकी तारीफ करेंगे. इसके सोनू सूद को लेकर सियासत के दो संजय भिड़ गए हैं. 

शिवसेना के संजय राउत को समझाते हुए कांग्रेस के संजय निरुपम ने कहा कि सोनू सूद की आलोचना नहीं की जानी चाहिए, बल्कि सोनू सूद जैसे लोगों की प्रशंसा होनी चाहिए, उनका सम्मान किया जाना चाहिए. पूर्व मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने आगे कहा कि आखिर शिवसेना क्यों भड़की है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि शिवसेना इस मामले में खुद फेल रही है. संजय निरुपम ने कहा कि पूरे ढाई महीने तक मजदूर मुंबई में तड़पते रहे. सरकार उन्हें खाना नहीं दे पाई, उन्हें वापस भेजने पर सरकार का स्पष्ट रवैया नहीं रहा. उनके सामने कई दिक्कतें आई. इस दौरान सोनू सूद सामने आए और ऐसे मजदूरों की मदद की. इसलिए सोनू सूद की तारीफ की जानी चाहिए.

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