हरियाणा में फँसे 1350 मजदूर सकुशल पहुँचे ग्वालियर

46 बसों से संबंधित जिलों के लिये किया रवाना...

हरियाणा में फँसे 1350 मजदूर सकुशल पहुँचे ग्वालियर 


ग्वालियर। कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण प्रदेश के विभिन्न जिलों के श्रमिक हरियाणा में फँसे होने के कारण उन्हें विशेष बसों के द्वारा मंगलवार को ग्वालियर लाया गया। जहां उनकी स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य परीक्षण कर संबंधित जिलों के लिये बसों में बैठाकर भोजन, पानी के साथ रवाना किया गया। फँसे हुए मजदूरों ने अपने गृह जिलों में पहुँचने हेतु की गई व्यवस्था के लिये प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं जिला प्रशासन का आभार माना।

कलेक्टर ग्वालियर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने मालवा कॉलेज परिसर पहुँचकर हरियाणा से आए श्रमिकों के लिये की गई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। इसके साथ ही प्रदेश के अन्य शहरों में श्रमिकों को बसों के माध्यम से भेजे जाने के लिये की गई व्यवस्थाओं को देखा । कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हरियाणा से आए श्रमिकों को सकुशल उनके गृह नगर भेजने के लिये बसों में भोजन, पानी की व्यवस्थायें चाक-चौबंद की जाएं। इसके साथ ही चिकित्सकों को भी निर्देशित किया कि प्रत्येक श्रमिक की चिकित्सीय जांच आवश्यक रूप से की जाए।

हरियाणा राज्य से प्रदेश के विभिन्न जिलों में निवास करने वाले श्रमिकों को ग्वालियर लाकर उनके गृह नगर तक भेजे जाने की व्यवस्थाओं के लिये अपर कलेक्टर अनूप कुमार सिंह को प्रभारी अधिकारी बनाया गया था। इसके साथ ही राजस्व विभाग के साथ-साथ महिला-बाल विकास, खनिज विभाग, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी व्यवस्था में तैनात किया गया था। सभी अधिकारियों ने उपस्थित रहकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए श्रमिकों को उनके गृह जिले के लिये बसों से रवाना किया।

 कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हरियाणा राज्य के विभिन्न स्थानों पर फँसे लगभग 1350 मजदूरों को हरियाणा राज्य परिवहन निगम की विशेष 44 बसों द्वारा लेकर झांसी रोड़ मालवा कॉलेज परिसर में प्रात: 11 बजे से आना शुरू हो गया था। जहां जिला प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में बसों से आने वाले मजदूरों का चिकित्सकों के दल द्वारा स्क्रीनिंग कर एवं स्वास्थ्य परीक्षण कर प्रदेश के विभिन्न जिलों के रहने वाले मजदूरों को संबंधित जिलों की बसों को सेनेटाइज कर बैठाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भोजन एवं पानी के साथ रवाना किया गया। विभिन्न जिलों को जाने वाले श्रमिकों के लिये राज्य शासन द्वारा 46 बसों की व्यवस्था की गई थी।

कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने मालवा कॉलेज पहुँचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं मजदूरों से चर्चा कर जानकारी ली। उन्होंने मजदूरों को समझाइश दी कि 14 दिनों तक अपने घरों में क्वारंटाइन में रहें। घरों से बाहर न निकलें। मध्यप्रदेश के अनेक जिलों के मजदूर हरियाणा राज्य में रहकर मजदूरी कर रहे थे। लेकिन कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के कारण फँस जाने से अपने गृह प्रदेश नहीं आ पा रहे थे। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से चर्चा कर वहां फँसे मजदूरों को प्रदेश में लाने हेतु बसों की व्यवस्था की गई।

टीकमगढ़ जिले के श्रमिक ने बताया कि हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हरियाणा में फँसे हुए मजदूरों के बारे में सोचा और हमारे घरों तक पहुँचने की व्यवस्था की। जिसके लिये मुख्यमंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। कटनी जिले के चन्द्रभान सिंह रेंढास ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के मजदूरों की चिंता कर हमारे घरों तक पहुँचाने की व्यवस्था कर एक पुण्य का कार्य किया है। निवाड़ी के राजू एवं शोभाराम ने बताया कि रेवाड़ी हरियाणा में हैल्पर का कार्य करते थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण फँस जाने से आने में परेशानी थी। इसके लिये प्रदेश सरकार ने हमारी घर पहुँचाने की चिंता की। आज हम अपने घर पहुँच जायेंगे। पन्ना जिले के सुरेश ने बताया कि गुडगांव में कारीगर के रूप में मकान बनाने का काम करते थे।

लॉकडाउन के कारण घर नहीं पहुँच पा रहे थे। ऐसे में राज्य सरकार के प्रयासों से अपने घर आसानी से पहुँच जायेंगे एवं छतरपुर जिले की शांति ने बताया कि वह (सोना) हरियाणा में कार्य करती थी। लेकिन शासन के सहयोग से अब अपने घर पहुँच सकेगी। हरियाणा राज्य परिवहन की बसों के माध्यम से आज ग्वालियर पहुँचने वाले मजदूरों में छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, निवाडी, सागर, उज्जैन, भोपाल, सतना, कटनी, ग्वालियर, मुरैना आदि स्थानों के मजदूर शामिल हैं।

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