पिछले 15 दिसंबर से दिल्ली के शाहीन बाग में धरना दे रहे…

प्रदर्शनकारियों ने फिलहाल प्रदर्शन स्थल को कर दिया है खाली



नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में पिछले तीन महीने से दिन-रात प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने भी रविवार को जनता कर्फ्यू का समर्थन किया है। उन्होंने फिलहाल प्रदर्शन स्थल को खाली कर दिया है, लेकिन इसे लेकर पोस्टरों के माध्यम से उन्होंने अपनी बात रखी है। शाहीन बाग में रविवार सुबह कुछ इक्के-दुक्के लोग ही नजर आए।

हालांकि उनके बैठने से स्थानीय लोगों को भी आपत्ती है। प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन स्थल पर लगे बैरीकेड पर एक पोस्टर में अपना संदेश लिखा है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका धरना अभी खत्म नहीं हुआ है, लेकिन आज कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए आह्वान का वो समर्थन करते हैं। इसलिए जनता कर्फ्यू के समय सभी लोगों ने धरना स्थल को खाली कर दिया है।

 उन्होंने पोस्टर में लिखकर यह संदेश दिया है कि आज रात 9 बजे जब जनता कर्फ्यू का समय समाप्त हो जाएगा, तो वे फिर से अपने धरने पर बैठेंगे। मालूम हो कि पिछले 15 दिसंबर से दिल्ली के शाहीन बाग में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में धरना दे रहे हैं। इससे दिल्ली नोएडा फरीदाबाद को जोड़ने वाली सड़क भी बंद है। कई बार कोशिश करने के बाद भी अबतक सड़क नहीं खुल पाई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनका धरना आगे भी जारी रहेगा।

शाहीन बाग धरने में शामिल होने वाले एक व्यक्ति को कोरोना संदिग्ध पाया गया है। यह व्यक्ति दो महीने से प्रदर्शन में शामिल होने के लिए लगातार पहुंच रहा था। इस संदिग्ध को जहांगीरपुरी के ईदगाह इलाके का रहने वाला बताया जा रहा है। डॉक्टरों ने उसे मेडिकल जांच के लिए भर्ती करा दिया है।

हालांकि अब तक उसके कोरोना से पीड़ित होने की पुष्टि नहीं हुई है। अगर इस व्यक्ति को कोरोना हुआ तो आशंका है कि उससे प्रदर्शन में शामिल लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। कोरोना वायरस के खतरे ने शाहीन बाग के प्रदर्शन में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। यहां भीड़ दिनों-दिन कम होती जा रही है। प्रदर्शनकारियों में से अब तक दो लोगों को कोरोना वायरस की चपेट में आने की चर्चा है। इसके बाद से लोगों में दहशत है। 
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