कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने परीक्षा केन्द्रों का किया निरीक्षण

सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आता है...

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने परीक्षा केन्द्रों का किया निरीक्षण

 

ग्वालियर l कलेक्टर अनुराग चौधरी एवं पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने सोमवार को हायर सेकेण्ड्री परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने जीवाजीराव शासकीय उमावि जनकगंज का निरीक्षण किया। जहां उन्हें व्यवस्थायें ठीक मिली।

लेकिन उन्होंने परीक्षा केन्द्राध्यक्ष को परीक्षा हॉल के अंदर लाईट की और अधिक व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय में स्मार्ट क्लासरूम बंद मिलने पर केन्द्राध्यक्ष से पूछा कि इसमें परीक्षा क्यों आयोजित नहीं की गई। इस पर उन्होंने प्राचार्य को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

इसके बाद अधिकारी द्वय ने शासकीय कन्या उमावि शिंदे की छावनी भी पहुँचे। जहां उन्हें व्यवस्थायें चाक-चौबंद मिली। जिससे वे संतुष्ट नजर आए।



कलेक्टर श्री चौधरी ने सीसीटीव्ही कैमरे की व्यवस्था को भी देखा, जिससे वे संतुष्ट नजर आए। कलेक्टर ने कहा कि परीक्षा अभी कुछ हफ्ते चलेंगीं, हमने सुरक्षा के सारे इंतजाम पूर्व से ही कर लिए थे। हमारे सभी जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट लगातार भ्रमण कर रहे हैं।

हम साइंस, मैथ और इंग्लिश के पेपर के दिन विशेष व्यवस्था करेंगे, ताकि विद्यार्थियों को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करें और अगर किसी कारण से कोई प्रश्न नहीं आता है या कम नम्बर आते हैं तो दोबारा प्रयास करें, सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आता है। पुन: प्रयास करने से सफलता जरूर मिलती है।

पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि परीक्षाओं को लेकर पुलिस व प्रशासन ने पूर्व से ही होमवर्क कर लिया था। जिसके तहत पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था लगी हुई है। अभी हमने निरीक्षण के दौरान पाया कि पर्याप्त पुलिस बल, केन्द्राध्यक्ष व अन्य स्टाफ मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि हमने अंग्रेजी, गणित, साइंस के पेपरों के लिये अलग से रणनीति बनाई है। जिसमें और अधिक सख्ती के साथ कार्य करेंगे। अभी तक किसी भी परीक्षा केन्द्र से अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि परीक्षा में नम्बर कम आने पर या असफलता से घबराएं नहीं।

उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि हम भी कई बार परीक्षा में असफल होकर पुन: परीक्षा देकर सफल होकर आगे आए हैं। उन्होंने पालकों से भी आग्रह किया कि बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार करें और उन्हें समझाइश दें।

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