BLO को महीने भर में 1000 से 1200 वोटर्स से मिलने का टास्क...
विरोधी पार्टियों का SIR के नाम पर BLO पर वर्क प्रेशर बनाम एक नया प्रोपेगेंडा !
आजकल एक नया प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है कि देश भर में SIR के कारण BLO पर काम का काफी प्रेशर है और SIR के कारण BLO आत्महत्या तक कर रहे हैं. लेकिन SIR से संबंधित कुछ फैक्ट् हैं जो आम जनता को शायद नहीं पता हैं।
- 1. SIR की समय सीमा 4 नवंबर 2025 से लेकर 4 दिसंबर 2025 तक था जैसे आप बढ़कर 11 दिसंबर 2025 तक कर दिया गया है यानि कि एक महीने से भी ज्यादा का समय बीएलओके पास है .
- 2. एक महीना में एक BLO को 1000 से 1200 वोटर्स से मिलने का टास्क दिया गया है.
- अब अगर मान लें कि एक परिवार में 3 से 4 वोटर हैं तो एक BLO को एक महीने में 1000/4 = 250 परिवार से मिलने का टास्क दिया गया है.
अब 250 को अगर 30 दिन से भाग दे दें तो ये कुल 250/30 = 8 से 9 परिवार प्रतिदिन होते हैं.
अब फिर, यदि एक परिवार के साथ बिताया गया एवरेज समय आधा घण्टा (30 मिनट) भी मान लिया जाए तो ये कुल मिलाकर 4 से 5 घण्टे होते हैं. जबकि सरकारी नियमानुसार ही किसी भी ड्यूटी का ऑफिशियल समय कम से कम 8 घंटे होते हैं.
इससे आप खुद ही समझ सकते है कि SIR में BLO पर कितना प्रेशर है...
और हाँ... इसमें हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि एक बूथ के सारे मतदाता एक ही जगह या मुहल्ले में मौजूद रहते हैं न कि पूरे शहर या राज्य में फैले रहते हैं. असल में ऐसा नैरेटिव गढ़ने वाले लोग ये बात भूल जाते हैं कि हम अब ऐसे युग में हैं जहां सूचना की व्यापक पहुंच लोगों की जेब तक है और जनता अब समझदार हो चुकी है. अगर अपवादस्वरूप किसी BLO ने आत्महत्या की है तो उसका कारण कुछ और होगा SIR नहीं....
वास्तव में SIR कोई "प्रेशर" नहीं एक "टास्क" है...
SIR देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए जरूरी है, SIR से देश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों की पहचान सुनिश्चित की जा रही है. इसलिए एक जागरूक भारतीय नागरिक होने के नाते SIR में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लीजिए और SIR को सफल बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है.










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