G News 24 : पुलिस की दविश से पहले ही शहर छोड़ अंडर ग्राउंड होने लगे, संदिग्ध बांग्लादेशी !

 तमाम की लोकेशन चेन्नई और कोलकाता मिल रही है...

पुलिस की दविश से पहले ही शहर छोड़ अंडर ग्राउंड होने लगे, संदिग्ध बांग्लादेशी !

ग्वालियर। ग्वालियर मुरैना सीमा पर पुरानी छावनी के बीलपुरा गांव में सालों से रह रहे संग्धि बांग्लादेशी पुलिस की दविश से पहले ही शहर छोड़ अंडर ग्राउंड होने लगे है।  जहां वे पहले रहते थे वहां से अब गायब हो गये है। यह पुलिस की निगरानी में थे। इनके दस्तावेज पुलिस ने जांच के लिये भेजे थे। लेकिन पुलिस को रिपोर्ट मिलती उससे पहले ही यह सभी गायब होगये। इन्हें शरण देने वाला अबरार खान भी गायब है। 

जब पुलिस बीलपुरा गांव पहुंची तो पता चला कि यह पिछले डेढ़ दो माह से यहां गायब हो चुके है। यह लोग पुरानी छावनी इलाके में रायरू डिस्टलरी के आसपास कचरा बीनने या अन्य मजदूरी का काम करते थे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पुलिस ने जब पश्चिम बंगाल और बिहार से आये संदिग्ध लोगों का सर्वे शुरू किया गया था। तब 94 लोग चिन्हिित किये गये थे। यह उनमें शामिल नहीं थें इनके कागजात संदिग्ध पाये जाने पर पुलिस ने इनकी छानबीन शुरू की थी। फिलहाल भागे संदिग्धों में से कुछ की लोकेशन चेन्नई तो कुछ लोगों की कोलकाता में आ रही है।

संदिग्धों की लोकेशन चेन्नई और बंगाल में मिल रही है

आपको बता दें कि हाल ही में महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन के पास वर्षो से निवास कर रहे थे 8 बांग्लादेशी नागरिकों के पकड़ेू जाने के बाद एक और मामला सामने आया है पुरानी छावनी इलाके में वर्षो से 12 संदिग्ध बांग्लादेश रह रहे थे। ऑपरेशन सिंदूर के समय जब मध्यप्रदेश पुलिस का गोपनीय सर्वे शुरू हुआ और इनके दस्तावेज पर पड़ताल के लिये पुलिस ने दस्तक दी तो इन्हें पकड़े जाने का संदेह हुआ है। पुलिस इनकी प़ताल करती रह गयी। यह लोग ग्वालियर से गुपचुप तरीके से भाग गये। कुछ लोग चेन्नई तो कुछ बंगाल भागे हैं। ऐसा पुलिस के कुछ अधिकारी नाम न उजागर करने की शर्त पर बता रहे हैं। इब इनके जो मोबाइल नम्बर पुलिस के पास है वह बन्द आ रहे है।

स्थायी-अस्थायी डिटेंशन सेंटर: जिला प्रशासन आज जारी करेगा आदेश

ग्वालियर जिले में बांग्लादेशियों की मौजूदगी मिलने के बाद अब स्थायी रूप से डिटेंशन सेंटर स्थापित किया जाएगा। यह पहले ग्वालियर सेंट्रल जेल में था। फिलहाल पुलिस लाइन में अस्थायी डिटेंशन सेंटर बनाया गया है। जेल परिसर में ही स्थायी केंद्र बनाए जाने की संभावना है। अपर जिला मजिस्ट्रेट सी.बी. प्रसाद ने बताया कि डिटेंशन सेंटर को लेकर सोमवार को आदेश जारी किया जाएगा।

जनहित पार्टी का आरोप- अबरार ने दी थी शरण

इस मामले में जनहित पार्टी के जिला महामंत्री अबोध सिंह तोमर ने बताया कि वे लगातार अपनी पार्टी के माध्यम से ऐसे ही संदिग्ध लोगों की छानबीन करते रहते हैं। जब उन्हें पता लगा कि बीलपुरा में 12 संदिग्ध बांग्लादेशियों को किसी अबरार खान ने शरण दी है। एक खंडहर में ये रहते थे और कबाड़ बीनने व कचरा बीनने का काम करते थे। जब वे वहां पहुंचे तो सभी गायब मिले, लेकिन उनका सामान बिखरा पड़ा था। अबरार भी गांव से गायब है।

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