मीडिया द्वारा चेताया गया था कि सड़क के ये जानलेबा गड्ढे किसी भी पल जानलेवा साबित हो सकते है।
जानलेवा सड़कें बनी मुसीबत,सड़क पर मौत के गड्ढे ने छीन ली एक मासूम की जिंदगी !
डबरा। डबरा की सड़कों पर मौत के गड्ढे एक और मासूम की जान ले गए। शुक्रवार को पारसनाथ पेट्रोल पंप के सामने बने खतरनाक गड्ढे से बाइक उछल गई, जिससे 5 साल के मासूम डुग्गू की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह वही गड्ढा है, जिसके बारे में मीडिया द्वारा पहले भी प्रशासन को अवगत करवाते हुए हादसे होने की चेतावनी दी गई थी कि सड़क के ये जानलेबा गड्ढे किसी भी पल जानलेवा साबित हो सकते है। लेकिन नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन ने आंखें मूंद लीं, और नतीजा—एक मां की गोद सूनी हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक बाइक पर भाई-बहन अपने भांजे-भांजी को लेकर बडोनी से डबरा आ रहे थे। पेट्रोल पंप के सामने अचानक बने गहरे गड्ढे से बाइक का संतुलन बिगड़ गया और मासूम डुग्गू सड़क पर जा गिरा। गंभीर चोट लगने से उसने दम तोड़ दिया।मासूम की मौत के बाद अस्पताल में चीख-पुकार मच गई। इकलौते बेटे को खोकर मां अपना होश खो बैठी, डॉक्टरों और वहां मौजूद लोगों से मदद की गुहार लगाती रही। लेकिन तब तक सब खत्म हो चुका था।
गौरतलब है कि 8 अगस्त को ‘स्वदेश’ ने नगर के सबसे व्यस्त इलाके, सिटी थाने के पास और मुख्य चौराहों पर मौजूद खतरनाक गड्ढों पर प्रमुखता से रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसमें साफ चेताया गया था कि ये गड्ढे स्कूली बच्चों और आम राहगीरों के लिए मौत का फंदा बन चुके हैं, लेकिन प्रशासन और नगर पालिका के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि सड़क सुधार के नाम पर सिर्फ चुनावी वादे किए जाते हैं, और चुनाव बीतते ही तस्वीर बदलने की बातें भी हवा हो जाती हैं। हादसे वाला गड्ढा महीनों से जस का तस पड़ा है, बरसात में पानी भर जाने पर इसकी गहराई का अंदाज़ा लगाना नामुमकिन हो जाता है, जिससे हादसों का खतरा और बढ़ जाता है।
शहरवासी अब सवाल पूछ रहे हैं—आख़िर प्रशासन चाहता क्या है? क्या ऐसे ही मासूम जिंदगियां यूं ही सड़कों पर कुर्बान होती रहेंगी? यह हादसा केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे शहर के प्रशासनिक तंत्र के चेहरे पर करारा तमाचा है।
अब देखना यह है कि क्या नगर पालिका और जिला प्रशासन इस हादसे के बाद नींद से जागेगा, या फिर एक और ‘स्वदेश’ की चेतावनी अगली मौत का इंतज़ार करेगी।
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