यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है...
सार्थक एप के विरोध में डॉक्टरों ने मंत्री और संचालक को सौंपा ज्ञापन
भोपाल। प्रोगेसिव वेटरीनरी डॉक्टर वेलफेयर एसोसियेशन ने मंत्री लखन पटेल और संचालक पशुपालन को सार्थक एप के विरोध में ज्ञापन सौंपा है। संगठन की अध्यक्ष डॉ. बबीता त्रिपाठी ने कहा है कि पशु चिकित्सकों की ड्यूटी सुबह 9 से शाम 4 बजे तक नहीं तय पालकों का कॉल आता है उन्हें सेवायें देनी पड़ती है। सार्थक एप सुबह 9 से लॉगिन लेकर शाम 4 बजे ऑउट होता है। ज्ञापन सौंपने वालो में प्रदेशाध्यक्ष डॉ. बबीता त्रिपाठी, प्रदेश उपाध्यक्ष डा. विनोद व्यास, ग्वालियर जिलाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र सोन, डॉ. अनुज शर्मा एवं डॉ. सत्येंद्र शर्मा डॉ. मनीष, डॉ. अंकित मेश्राम समेत सदस्यों ने तकनीकी समस्या गिनाई है।
डॉक्टरों और कर्मचारियों की मांगें -
- अधिकारी- कर्मचारियों एंड्राइड मोबाइल का उपयोग करना नहीं आता है और कुछ लोगों के पास एंड्राइड मोबाइल नहीं हैं।
- सभी अधिकारी-कर्मचारी वर्ग के अपने मोबाइल का उपयोग शासकीय कार्य के लिये कर सकते है। किन्तु जीपीएस ट्रेनिंग के लिये अनुमति नहीं दे सकते हैं क्यों कि यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है।
- सभी अधिकारी-कर्मचारी डाटा हेकिंग की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता हैं जिससे उनकी जानकारी का दुरूपयोग हो सकता है। जिससे शासकीय अधिकारी और कर्मचारी का आथ्रिक नुकसान होने की संभावना है।
- पशु चिकित्सा विभाग आपातकालीन सेवाओं का विभाग है जिसमें समस्त पशु चिकित्सकों को 24 घंटे आपातकालीन सेवाये ंदेने पड़ सकती है। इसलिये उनका सुबह 9़ से शाम 4 बजे तक या सुबह 10 से शाम 6 बजे तक का ड्यूटी समय निश्चित नहीं होता है। बल्कि 24 घंटे में कभी भी आपातकालीन सेवायें देनी पड़ती है। इसलिये लॉग आउट का समय निश्चित नहीं होता है।
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