G News 24 : हमारे लिय न कोई पक्ष ना विपक्ष, सभी है समकक्ष: EC

 वोट चोरी के आरोपर युनाव आयोग ने दिया जवाब...

हमारे लिय न कोई पक्ष ना विपक्ष, सभी है समकक्ष: EC 

नई दिल्ली। चुनाव आयोग की ओर से रविवार को एक पत्रकारवार्ता की गयी, इसमें बिहार में जारी स्पेशल इंटेसिव डिवीजन के प्रोसेस पर उठाये गये सवालों और वोट चोरी के आरोपों पर जवाब दिये गये है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि हमारे लिये न कोई पक्ष है और न ही विपक्ष है। बल्कि सभी समकक्ष है। इस पत्रकारवार्ता में ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी ओर से लगाये गये ‘‘वोट चोरी’’ के आरोपों से सिरे से खारिज किया है।

शिकायत के चुनाव आयोग के दरवाजे खुले...

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि किसी भी शिकायत कमे लिये आयोग के दरवाजे सदैव खुले हैं। उन्होंने कहा है कि वोट चोरी जैसे शब्दों का उपयोग सरासर गलत है। ऐसे मामलों में न्यायालय में याचिका दायर करनी चाहिये थी। उन्होंने कहा है कि मतदाता के फोटो, नाम और पहचान सार्वजनिक रूप से दिखाये गये हैं। पूरी तरह से गलत है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा है कि चुनाव आयोग के दरवाजे सभी के लिये समान रूप से सदैव खुले हैं। जमीनी स्तर पर सभी मतदाता, सभी राजनैतिक दल और सभी बूथ लेवल अधिकारी मिलकर पारदर्शी तरीके से काम कर रहे हैं। सत्यापन कर रहे हैं। साइन कर रहे हैं और वीडियो प्रशंसा पत्र भी दे रहे हैं।

भ्रम फैलाने का प्रयास...

उन्होंने कहा है कि यह गंभीर चिंता का विषय है। राजनैतिक दलों के जिलाध्यक्षों और उनके द्वारा नामित बीएलओ के यह सत्यापित दस्तावेज प्रशंसा पत्र या तो उनके अपने राज्य स्तर या राष्ट्रीय स्तर के नेताओं तक नहीं पहुंचे रहे हैं। फिर जमीनी हकीकत को नजर अंदाज करके भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।

बहू-बेटी के फुटेज जारी करे आयोग ?

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘हमने कुछ दिन पहले देखा कि कई मतदाताओं की तस्वीरें बिना उनकी इजाजत के मीडिया के सामने पेश की गईं. उन पर आरोप लगाए गए, उनका इस्तेमाल किया गया. क्या चुनाव आयोग को किसी भी मतदाता, चाहे वह उनकी माँ हो, बहू हो, बेटी हो, के सीसीटीवी वीडियो साझा करने चाहिए? जिनके नाम मतदाता सूची में हैं, वे ही अपने उम्मीदवार को चुनने के लिए वोट डालते हैं।’

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया में एक करोड़ से ज़्यादा कर्मचारी, 10 लाख से ज़्यादा बूथ लेवल एजेंट, उम्मीदवारों के 20 लाख से ज़्यादा पोलिंग एजेंट काम करते हैं. इतने सारे लोगों के सामने इतनी पारदर्शी प्रक्रिया में क्या कोई मतदाता वोट चुरा सकता है?’ ज्ञानेश कुमार का कहना है कि कुछ नेताओं ने ड्यूल वोटिंग का आरोप लगाया. जब सबूत मांगा गया तो कोई जवाब नहीं दिया गया. ऐसे झूठे आरोपों से न तो चुनाव आयोग और न ही कोई मतदाता डरता है. जब चुनाव आयोग के कंधे पर बंदूक रखकर भारत के मतदाताओं को निशाना बनाकर राजनीति की जा रही है, तो आज चुनाव आयोग सभी को यह साफ करना चाहता है कि चुनाव आयोग निडर होकर बिना किसी भेदभाव के गरीब, अमीर, बुजुर्ग, महिला, युवा सहित सभी वर्गों और सभी धर्मों के मतदाताओं के साथ चट्टान की तरह खड़ा था, खड़ा है और खड़ा रहेगा।

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