G News 24 : चंदेरी ईको रिट्रीट लग्जरी टेंट सिटी के साथ ही एडवेंचर गतिविधियों का पर्यटक ले सकेंगे आनंद !

ऐतिहासिक एवं कर्म प्रधान चंदेरी में कला-संस्कृति,संगीत एवं रोमांच का अनोखा संगम...

चंदेरी ईको रिट्रीट लग्जरी टेंट सिटी के साथ ही एडवेंचर गतिविधियों का पर्यटक ले सकेंगे आनंद !

ग्वालियर। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा जिला प्रशासन एवं सनसेट डेजर्ट कैम्प के सहयोग से चंदेरी इको रिट्रीट के तृतीय संस्करण का भव्य शुभारंभ 28 नवंबर 2025 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने चंदेरी इको रिट्रीट का वर्चुअल किया गया। अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री, संचार एवं उत्तर–पूर्वी क्षेत्र विकास ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने की। चंदेरी इको रिट्रीट कटी घाटी के पास स्थापित यह टेंट सिटी तीन महीने से अधिक समय तक देश–विदेश के पर्यटकों के लिए रहने वाली है । 

चंदेरी को प्रकृति ने कई खूबियां दी हैं, जिसके कारण यह स्थान पर्यटकों को आकर्षित करता है। तीन माह के लिए पर्यटक टेंट सिटी का लाभ ले सकेंगे। चंदेरी सिने जगत के लिए भी महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन चूका है। यहां अनेक फिल्मों और वेबसीरीज का फिल्मांकन हो रहा है। फैशन की दुनिया के लोग चंदेरी इको रिट्रीट के माध्यम से यहां पहुंचे हैं।  

चंदेरी के किले, बावड़ियां, महल और ऐतिहासिक धरोहरें जो चंदेरी के गौरवशाली इतिहास एवं समृद्धि का प्रमाण हैं, चंदेरी  बुंदेलखंड की सांस्कृतिक वीरता और सौंदर्यबोध का जीवित साक्ष्य भी हैं। यहां मौजूद ये स्ट्रेक्चर केवल स्मृतियों का स्थान नहीं, बल्कि भारतीय शिल्प, परंपरा और सौंदर्यशास्त्र का जीवंत प्रतीक है। चंदेरी की ऐतिहासिक धरोहरों में मुख्यत: बैजू बावरा की समाधि, कोशक महल, बादल महल, किला कोठी, मेहरुन्निसा का मकबरा, जौहर कुंड, कटी घाटी, खूनी दरवाज़ा, लक्ष्मण मंदिर, जैन मंदिर और माता जोगेश्वरी मंदिर जैसे स्थल शामिल हैं। किला कोठी में प्रदर्शित लेज़र शो में चंदेरी की वीरता, बलिदान और समृद्ध इतिहास को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है।

इस सबसे देश दुनिया को परिचित करवाने के  लिए एवं चंदेरी की वस्त्र परंपरा और कला-शिल्प को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मंच पर स्थापित करने के ही चंदेरी इको रिट्रीट के द्वारा इस तृतीय  संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शामिल होने वाले पर्यटकों को ऐतिहासिक धरोहरों के साथ साथयहां की चंदेरी की प्राचीन हथकरघा बुनाई से निर्मित वस्त्रों की ऐतिहासिक यात्रा और उनके आधुनिक रूपांतरण को पाँच थीम–आधारित चरणों में प्रस्तुत तो किया ही जा रहा है साथ पर्यटकों को यहां के बुनकरों,शिल्पियों से रूबरू मिलने और उनकी कर्यप्रणाली को नजदीक से जानने व समझने के अवसर भी प्रदान किया जा रहा है। 

पर्यटकों को प्राणपुर गाँव में संचालित करघों और पारंपरिक बुनाई प्रक्रिया का प्रत्यक्ष अनुभव कराया जा रहा है। पर्यटक स्वयं अपनी आंखों के सामने चंदेरी साड़ी को बनते हुए देख रहे हैं और बुनकरों की पीढ़ियों से चली आ रही कला के प्रति गहरी रुचि व्यक्त कर रहे हैं। पर्यटकों को भारत का दूसरा सबसे बड़ा हैंडलूम पार्क भी दिखाया जा रहा है, जहाँ चंदेरी साड़ी के निर्माण की पूरी प्रक्रिया समझाई जाती है। पर्यटकों को प्रसिद्ध चंदेरी साड़ियाँ खरीदने का अवसर भी मिलता है, जिससे स्थानीय बुनकरों और हैंडलूम कला को वैश्विक पहचान प्राप्त हो रही है।

इतना ही नहीं यहां पहुंचने वाले पर्यटकों के रुकने व ठहरने के लिए एक आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण  टेंट सिटी एवं इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ने और यहां की दिनचर्या को समझने  के लिए होम स्टे जैसी सुविधाएं भी पर्यटकों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जहां ये आधुनिक एवं ग्रामीण खानपान में शामिल बघेलखंड और बुंदेलखंड के व्यंजनाें का लुत्फ पर्यटक उठा रहे हैं। इतना ही नहीं इनके मनोरंजन का भी पूरा ख्याल रखा जा  रहा है। 


मनोरंजन की इस शृंखला में विशेष आकर्षण “Threads of Time – The Chanderi Saga” फैशन एवं संगीत समारोह ने समां बांधा। जिसमें चंदेरी की प्राचीन हथकरघा बुनाई से निर्मित वस्त्रों की ऐतिहासिक यात्रा और उनके आधुनिक रूपांतरण को पाँच थीम–आधारित चरणों में प्रस्तुत किया गया। 

फैशन शो में FabIndia, Taneria, Itokri, Noize Jeans, और Zee’s by Tajwar जैसे अग्रणी ब्रांड सहभागी हुए। कार्यक्रम की थीमों में From Loom to Life, The Royal Drapes, The Modern Muse, Threads Meet Denim, तथा Zari Zardozi Elegance शामिल रहे। 

सांस्कृतिक और संगीत प्रस्तुतियों में देश के प्रसिद्ध कलाकार हिस्सा ले रहे हैं। इनमें मालवी कबीर गायन के पद्मश्री सम्मानित कलाकार कैलूराम बामनिया, इंडी–फ्यूज़न गायक एवं ‘नोरी’ वाद्य के आविष्कारक कविश सेठ, मोहन वीणा/सितार के युवा उस्ताद राघवेंद्र कुमार, फोक–फ्यूज़न शैली के प्रतिभावान संगीतकार रितेश गोहिया एवं उनका “SANGAT” बैंड, तथा सूफ़ी–लोक–कथा गायन की प्रस्तुतकर्ता प्रतिभा पाठक आंगतुकों को अविस्मरणीय अनुभव करा रहे हैं। 

सुप्रसिद्ध फिल्म गायिका कविता सेठ ने अपनी सुरीली आवाज़ में “इकतारा”, “तुम ही हो बंधु”, “जिंदगी ये जिंदगी”, “राँझा” सहित कई लोकप्रिय गीत प्रस्तुत किए, जिनकी गूंज देर रात तक टेंट सिटी में सुनाई देती रही। ठंडी हवाओं के बीच उनकी भावपूर्ण प्रस्तुति ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। गीतों के बीच उनकी सहज बातचीत और शेर–ओ–शायरी के अंदाज़ ने पूरे वातावरण को और अधिक आत्मीय बना दिया।

जिनको रोमांचक गतिविधियां पसंद हैं उनके लिए यहां हॉट एयर बैलून ग्लो शो, एटीवी राइड्स, ज़िपलाइन, एयरगन शूटिंग जैसी गतिविधियां चलाई जा रही हैं,जिनका पर्यटक भरपूर आनंद ले रहे हैं । परिवार के सभी साथ–साथ बच्चों के लिए समर्पित किड्स ज़ोन एवं इनडोर और आउटडोर गेम्स आयोजित किए जा रहे हैं।

तीन माह तक अब टेंट सिटी पर्यटकों के लिये खुली रहेगी। यहां लग्जरी ग्लैम्पिग अनुभव के साथ-साथ स्वादिष्ठ व्यंजन और एडवेंचर जोन में उपलब्ध विभिन्न रोमांचक गतिविधियों का आनंद ले सकेंगे। 

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