कोर्ट ने कंपनी से पूछा टोलकर्मियों ने जवान से मारपीट क्यों की, दिया ये अजीब सा जवाब...
भूनी टोल प्लाजा चलाने वाली कंपनी के 3.70 करोड़ जब्त,आरोपियों की जमानत हुई खारिज !
बागपत। मेरठ के गोटका निवासी सेना के जवान कपिल से मारपीट के मामले में ये कार्रवाई की गई है। वहीं एनएचएआई ने टोल का संचालन करने वाली कंपनी से पूरे मामले पर जवाब मांगा था। सेना के जवान कपिल पर भूनी टोल प्लाजा पर हमला किया गया था।
इस मामले में पुलिस आठ 18 अगस्त को छह आरोपियों सचिन निवासी पांचली, विजय निवासी करनावल,अनुज निवासी दुर्जनपुर, अंकित निवासी छुर, सुरेश राणा निवासी भड़ल दोघट बागपत, अंकित शर्मा निवासी सूजती दोघट,सिक्योरिटी इंचार्ज नीरज तालियान उर्फ बिट्टू निवासी गांव छुर एवं डंडे मारने वाले रवि निवासी करनावल समेत इस मामले में आठ आरोपियों को जेल भेज चुकी है को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। बाकी की तलाश की जा रही है। बृहस्पतिवार को प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने सातों आरोपियों की जमानत खारिज कर दी। कंपनी ने इसे गांव के युवकों का आपसी झगड़ा बता दिया।
मेरठ-करनाल नेशनल हाईवे स्थित भूनी टोल प्लाजा पर सेना के जवान कपिल के साथ मारपीट के बाद एनएचएआई ने फरीदाबाद की टोल कंपनी मैसर्स धर्म सिंह पर बड़ी कार्रवाई की। एनएचएआई ने टोल कंपनी के सिक्योरिटी के 3.70 करोड़ रुपये जब्त कर लिए और उसे एक साल के लिए डिबार कर दिया। कंपनी का ठेका पहले निरस्त किया जा चुका है।
मिलिट्री अस्पताल में भर्ती है सेना का जवान कपिल तोमर...
मेरठ स्थित भूनी टोल प्लाजा पर सेना के जवान कपिल निवासी गोटका, मेरठ के साथ तीन दिन पहले टोलकर्मियों ने मारपीट कर दी थी। इसको लेकर काफी बवाल हुआ और ग्रामीणों ने टोल प्लाजा में तोड़फोड़ कर दी। इस पूरे मामले की एनएचएआई के बागपत क्षेत्रीय कार्यालय के परियोजना निदेशक नरेंद्र सिंह समेत अन्य अफसरों ने जांच की। टोल कंपनी की लापरवाही मानते हुए 20 लाख रुपये जुर्माना पहले ही लगा दिया गया था।
परियोजना निदेशक नरेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि टोल कंपनी को दोषी मानते हुए उसकी सिक्योरिटी के 3.70 करोड़ रुपये जब्त कर लिए। साथ ही उसको एक साल के लिए डिबार कर दिया गया है, जो अब एक साल तक कहीं भी टोल संचालन नहीं कर सकेगी। जल्द ही नई कंपनी को टोल संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। साथ ही कंपनी को वाहन चालकों से अच्छा व्यवहार करने वाले कर्मी ही रखने के लिए विशेष तौर पर कहा जाएगा।
टोल कंपनी का अजीब जवाब, स्थानीय युवकों में हुआ झगड़ा...
एनएचएआई ने पूरे मामले में टोल कंपनी को नोटिस देकर जवाब मांगा था। टोल कंपनी की तरफ से अजीब जवाब भेजा गया, जिसमें टोल कंपनी की तरफ से दावा किया गया कि झगड़े में कोई भी टोलकर्मी शामिल नहीं था। टोल कंपनी ने पूरे झगड़े को आसपास के गांवों के युवकों के बीच का बताया है। टोल कंपनी के जवाब को एनएचएआई ने संतोषजनक नहीं मानते हुए डिबार किया है।
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