G NEWS 24 : मध्य प्रदेश में भारी वर्षा के कारण बने बाढ़ जैसे हालात !

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट...

मध्य प्रदेश में भारी वर्षा के कारण बने बाढ़ जैसे हालात !

भोपाल। प्रदेश के उत्तरी व पूर्वी जिलों में अति भारी वर्षा से कई क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। विंध्य-महाकोशल के कई जिलों में नदी-नाले उफान पर होने से पुल तक डूब गए हैं। मार्गों पर आवागमन रोकना पड़ा है। जबलपुर में सुबह से शाम तक 71.8 मिमी वर्षा हुई। जबलपुर से करीब 25 किमी दूर बरेला थानांतर्गत सलैया नदी में पुल पार करते समय तेज बहाव में गैस सिलेंडर से लदा एक ट्रक और भूसे से भरा मिनी ट्रक बह गया। चालक-परिचालक ने किसी तरह तैरकर जान बचाई। मंडला जिले में रात्रि से दोपहर तक करीब 12 घंटे लगातार वर्षा हुई। नर्मदा नदी में रपटा पुल के पास बने बड़े पुल को पानी छू रहा है। 

जनपद पंचायत बिछिया के मरारटोला में भारी वर्षा के कारण पांच लोगों के फंसने पर एसडीआरएफ की टीम व पुलिस बल ने रेस्क्यू किया। मटियारी डैम का पानी छोड़े जाने से अंजनिया-अहमदपुर मार्ग बंद है। अजंनिया से बम्हनी मार्ग सुरपनी नदी में बाढ़ के चलते बंद है। थावर नदी में बाढ़ से नैनपुर से धनोरा, पिंडरई मार्ग बंद है। पादरी पटपरा नाला में बाढ़ आ जाने से मंडला-डिंडौरी मार्ग बंद है। बरेला शारदा मंदिर पहाड़ी से भूस्खलन के कारण मंडला-जबलपुर मार्ग बंद हो गया। सिवनी जिले में भारी वर्षा से घंसौर, केवलारी, उगली आदि स्थानों पर प्रमुख सड़कों के कई पुल जलमग्न हो गए हैं। 

डिंडौरी में नर्मदा सहित खरमेर, सिवनी नदी में बाढ़ आने से सौ से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है। गुना में भारी बरसात से सबसे अधिक प्रभावित बमोरी ब्लाक रहा। नदियों पर बने पुल-पुलिया के ऊपर से पानी गुजरने लगा। इसकी वजह से गुना बमोरी मार्ग पर बसों का संचालन बंद कर दिया गया। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी पूर्वी मध्य प्रदेश में हवा के ऊपरी स्तर पर एक और चक्रवात सक्रिय है, जिससे खासतौर पर पूर्वी मध्य प्रदेश के हिस्सों में तेज बारिश की संभावना है। रीवा, सागर, शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। 

इन जिलों में हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। प्रदेश में दो प्रमुख मौसमी तंत्र प्रभावी हैं। इसकी वजह से लगातार वर्षा हो रही है और आगामी दिनों में भी इसका सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि ओडिशा और उसके आसपास के क्षेत्रों में हवा के ऊपरी हिस्से में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके साथ ही एक मानसूनी द्रोणिका मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्से से गुजर रही है, जो बंगाल की खाड़ी से लेकर राजस्थान तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से प्रदेश के अधिकांश जिलों में बादलों की आवाजाही बनी हुई है और कहीं-कहीं तेज बारिश भी दर्ज की जा रही है।

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