भारत, चीन को अपना मुख्य प्रतिद्वंदी मानता है...
चीन बन रहा भारत के लिये खतरा, चीन अपने सैन्य ठिकानों का,भारत के चारों ओर फैला रहा है जाल !
नई दिल्ली .चीन की विस्तारवादी नीति और भारत के लिये उसकी सामरिक चुनौती परअमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में एक बार फिर से चिंता जताई गयी है। रिपोर्ट में बताया है कि पीएम नरेन्द्र मोदी की रक्षा नीति वैश्विक नेतृत्व को मजबूत करने, चीन का सामना करने और भारत की सैन्य क्षमताओं को को बढ़ाने पर केन्द्रित रहेगी। भारत, चीन को अपना मुख्य प्रतिद्वंदी मानता है। जबकि पाकिस्तान को एक सीमित सुरक्षा समस्या के रूप में देखता है। जिसे नियंत्रण में रखा जा सकता है।
PAK के आतंकी ठिकानों पर भारत की मिसाइल कार्रवाई
अप्रैल 2024 के अंत में जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के भीतर आतंकवाद से जुड़े ढांचागत ठिकानों पर मिसाइल हमले किए । इसके बाद 7 से 10 मई के बीच दोनों देशों के बीच कई दौर की मिसाइल, ड्रोन, और ‘लोइटरिंग म्यूनिशन’ (आत्मघाती ड्रोन) से हमले हुए और भारी गोलीबारी भी हुई है। 10 मई तक दोनों पक्षों के बीच पूर्ण युद्धविराम पर सहमति बन गई ।
चीन से तनाव कम, लेकिन सीमा विवाद बरकरार
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अक्टूबर 2024 के अंत में भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के दो विवादित इलाकों से सेनाएं पीछे हटाने पर सहमति बनाई है। हालांकि यह कदम सीमावर्ती तनाव को कुछ हद तक कम करता है। लेकिन सीमा विवाद अब भी अनसुलझा है। गौरतलब है कि 2020 में इसी इलाके में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प में जानें गई थीं ।
पीएलए के सैन्य अड्डों की योजना, भारत के लिये बना खतरा
चीन अपने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैन्य ठिकाने वर्मा (म्यांमार) पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देशों में स्थापित करने की योजना पर विचार कर रहा है। यदि ऐसा होता है तो यह भारत के लिये गंभीर सामरिक खतरा बन सकता है। यह देश भारत की सीधी समुद्री और सीमाओं के निकट है।
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