G.NEWS 24 : RSS प्रमुख ने किया 'एक मंदिर, एक कुआं और एक श्मशान घाट' अपनाने का आह्वान

सामाजिक एकता पर जोर देते हुए...

RSS प्रमुख ने किया 'एक मंदिर, एक कुआं और एक श्मशान घाट' अपनाने का आह्वान

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने सामाजिक एकता पर जोर दिया है. सरसंघचालक ने लोगों से सभी के लिए 'एक मंदिर, एक कुआं और एक श्मशान घाट' अपनाने का आह्वान किया, इस बीच, कांग्रेस ने RSS पर 'समुदायों के बीच विभाजन' पैदा करने का आरोप लगाया और वक्फ (अमेंडमेंट) एक्ट को भाजपा और आरएसएस की साजिश बताया है. सूत्रों ने बताया कि भागवत ने हिंदू समाज की नींव के रूप में 'संस्कार' के महत्व पर जोर दिया और सदस्यों से परंपरा, सांस्कृतिक विरासत और नैतिक अखंडता पर आधारित समुदाय का निर्माण करने का आह्वान किया.

उन्होंने राष्ट्रीय गौरव को मजबूत करने और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने के साधन के रूप में त्योहारों को एक साथ मनाने की भी वकालत की। उन्होंने स्वयंसेवकों को समाज के सभी वर्गों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्हें अपने घरों में स्वागत करते हुए  जमीनी स्तर पर सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने के लिए. अलीगढ़ की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के दौरान सरसंघचालक भागवत ने यहां दो शाखाओं पहला एच.बी. इंटर कॉलेज और पंचन नगरी पार्क में स्वयंसेवकों को संबोधित किया. 

उन्होंने इस दौरान इस बात पर जोर देते हुए कि शांति को बढ़ावा देने में भारत की वैश्विक भूमिका को साकार करने के लिए वास्तविक सामाजिक एकता की जरूरत है. वहीं, राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा-आरएसएस की जोड़ी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे 'गरीबों, महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों के खिलाफ' हैं. 

बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता खरगे ने कहा, 'वे गरीबों, महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों के खिलाफ हैं...वे (आरएसएस-भाजपा) समाज की बेहतरी के बारे में नहीं सोच सकते. वे जाति और धर्म के आधार पर समाज को बांटने में विश्वास रखते हैं.' राज्यसभा सदस्य खरगे वक्फ अमेंडमेंट एक्ट को बीजेपी और RSS की साजिश करार दिया. उन्होंने कहा , 'संसद द्वारा पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने की भाजपा और आरएसएस की साजिश है.' 

खरगे का यह बयान कांग्रेस नेता हर्षवर्धन सपकाल के उस सवाल के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें उन्होंने पूछा था कि आरएसएस कब किसी दलित, मुस्लिम या महिला को अपना प्रमुख बनाएगा. सपकाल ने तब कहा था कि मल्लिकार्जुन खरगे को दलित हैं. दरअसल,  उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी थी कि अगर वह समुदाय के प्रति सच्चा समर्थन रखती है, तो वह किसी मुस्लिम को AICC का अध्यक्ष नियुक्त करे.

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