G News 24 : क्रिकेट की दुनिया में अब तो नामुमकिन है इस गेंदबाज के रिकॉर्ड को तोड़ पाना !

 स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 1347 विकेट अपने नाम किए...

क्रिकेट की दुनिया में अब तो नामुमकिन है इस गेंदबाज के रिकॉर्ड को तोड़ पाना !

क्रिकेट की दुनिया में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड ऐसा भी है जिसे तोड़ना अब नामुमकिन दिखाई देता है। श्रीलंका के दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 1347 विकेट अपने नाम किए। चलिए जानते हैं इस अनब्रेकेबल क्रिकेट रिकॉर्ड के बारे में पूरी जानकारी। आपने क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड के बारे में सुना होगा जो बेहद यूनिक और शानदार होंगे, लेकिन क्रिकेट की दुनिया में एक ऐसा भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है जिसे तोड़ना अब लगभग नामुमकिन सा है। 

यह रिकॉर्ड श्रीलंका के दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम है। मुरलीधरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 1347 विकेट अपने नाम किए हैं। अब इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ पाना किसी भी गेंदबाज के लिए नामुमकिन जैसा ही है। मुथैया मुरलीधरन ने अपने पूरे करियर में 133 टेस्ट मैच खेले, जबकि 350 वनडे मुकाबले और मात्र 12 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले और इन सभी में मुरलीधरन ने कुल मिलाकर 1347 विकेट लिए। 

वह क्रिकेट के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। ऐसे में अब उनका यह रिकॉर्ड तोड़ पाना नामुमकिन सा दिखाई देता है। हालांकि कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो उनके करीब गए। रविचंद्रन अश्विन जैसे खिलाड़ी भी बड़े गेंदबाज रहे लेकिन मुथैया मुरलीधरन का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके। श्रीलंका के गेंदबाज ने क्रिकेट का अनब्रेकेबल रिकॉर्ड बनाया है।

मुथैया मुरलीधरन ऐसा करने वाले एकमात्र खिलाड़ी

मुथैया मुरलीधरन ऐसा करने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। इसके अलावा मुथैया मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं। मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट में कुल 800 विकेट अपने नाम किए हैं, जबकि वनडे क्रिकेट में 534 विकेट उनके नाम हैं। यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। टी20 इंटरनेशनल में मुथैया मुरलीधरन ने मात्र 13 विकेट हासिल किए हैं। हालांकि इंटरनेशनल क्रिकेट में 1347 विकेट के वर्ल्ड रिकॉर्ड के करीब पहुंचना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान बात नहीं है। मौजूदा समय में किसी भी गेंदबाज को नियमित रूप से 10 से 15 साल तक क्रिकेट खेलना होगा। आज के दौर में कंपटीशन बेहद ज्यादा है और क्रिकेट में बल्लेबाजों का दबदबा है। ऐसी स्थिति में गेंदबाज के लिए इतने विकेट लेना और मुथैया मुरलीधरन का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ना नामुमकिन सा दिखाई देता है। हालांकि मुथैया मुरलीधरन पर करियर में दो बार चेकिंग का आरोप भी लग चुका है लेकिन उन्हें बाद में सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया था।

कब लगा था चकिंग का यह आरोप !

दरअसल बात 1996 के वर्ल्ड कप से पहले की है जब मुथैया मुरलीधरन ने अपने गेंदबाजी एक्शन की जांच भी कराई थी। इसके बाद उन्हें क्लीन चिट मिल गई थी। मुरलीधरन के बॉलिंग एक्शन में आईसीसी को कोई भी गलती नहीं दिखाई दी और उन्हें हरी झंडी दे दी गई। इसके बाद 2004 में एक बार फिर मुथैया मुरलीधरन पर रेफरी क्रिस ब्रॉड ने एक्शन पर सवाल खड़े कर दिए। 2006 में मुरलीधरन ने बायोमैकेनिक टेस्टिंग कराई और उनका एक्शन फिर से सही निकला। बता दें कि मुथैया मुरलीधरन ने 2011 का क्रिकेट वर्ल्ड कप भी खेला था। उन्होंने इंटरनेशनल करियर से इसी वर्ल्ड कप के बाद संन्यास ले लिया। 2011 में खेला गया फाइनल मुकाबला ही उनके इंटरनेशनल करियर का आखिरी मुकाबला था। बता दें कि मुरलीधरन के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट का रिकॉर्ड शेन वार्न के नाम है, जिन्होंने कुल 1001 विकेट हासिल किए थे।

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