आचार संहिता लगने से पहले श्रद्धानिधि का एक नियम व शर्त बदलने की मांग...
जन्मतिथि से मानी जाये पत्रकारों की श्रद्धानिधि आयु
भोपाल/ग्वालियर। मध्यप्रदेश के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ला एवं आयुक्त जनसंपर्क मनीष सिंह से आचार संहिता लगने से पहले श्रद्धानिधि का एक नियम व शर्त बदलने की मांग की है। पत्रकारों ने कहा है कि इस नियम से अधिकांश पत्रकार श्रद्धानिधि के पात्र होकर भी श्रद्धानिधि लेने के लिये एक वर्ष लेट हो रहे हैं।
पत्रकार यूनियन एवं पत्रकार संगठनों से जुड़े प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार अजय मिश्रा, रविकांत दुबे, रश्मि विनय अग्रवाल, जितेन्द्र पाठक, अंकित सिंघल, अजय शर्मा, दीपक दिलेर, रमन पोपली, सत्येन्द्र जैन, मनीष शर्मा, शैलेन्द्र शर्मा, विनोद गुप्ता, विनोद शर्मा, लोकेन्द्र भार्गव, फूलचंद मीणा, रामकिशन कटारे, शिवकुमार शर्मा, देवेन्द्र शर्मा, विजय पांडे, रवि यादव, राजेन्द्र झा, नवीन परिहार ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ला, जनसंपर्क आयुक्त मनीष सिंह से आग्रह किया है कि श्रद्धानिधि के पात्र पत्रकारों को उनके जन्मतिथि दिनांक से ही साठ वर्ष के उपरांत श्रद्धानिधि का पात्र माना जाये।
पत्रकारों का कहना है कि जनसंपर्क विभाग 1 जनवरी की स्थिति में ही पत्रकारों को साठ वर्ष मान रहा है। जिससे एक जनवरी को छोड़कर अगली 31 दिसंबर तक के जन्मतिथि वाले वरिष्ठ पत्रकार श्रद्धानिधि में एक वर्ष लेट हो रहे हैं, जिससे उन्हें रिटायरमेंट के उपरांत जीवन यापन के लिये आर्थिक तौर पर संकटों का सामना करना पड़ रहा हैं। सभी पत्रकारों ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी आप तो संवेदनशील माने जाते हैं तो श्रद्धानिधि में जब आपने आय सीमा की छूट दे दी . तो 1 जनवरी से 60 वर्ष की आयु का नियम शिथिल करके जन्मतिथि से ही 60 वर्ष की आयु पूरी करने का नियम बनाये जाये, जिससे पत्रकारों को श्रद्धानिधि का लाभ मिल सकें।










0 Comments