कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन ने चलाया बाल विवाह मुक्त भारत अभियान ...
बाल श्रम के कारण होती है, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित : साहब सिंह
मुरैना। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन द्वारा संचालित बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत सीआईडी संस्था द्वारा मुरैना जिले के 150 गांव में बाल विवाह, बाल यौन शोषण, बाल तस्करी रोकने के लिये जन जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन निरंतर किया जा रहा है। जिसके तहत बाल श्रम निषेध दिवस, सप्ताह कार्यक्रम अंतर्गत ग्राम खरगपुर भर्राड में जन-जागरूकता सभा का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में ग्राम के सरपंच साहब सिंह राजपूत, सचिव ज्ञान सिंह, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुधा किरार, जूली यादव एवं सीआईडी संस्था के काउंसलर सिद्धार्थ सेंगर, कम्युनिटी सोशल वर्कर सभाराम सिंह एवं बीसी दिलीप बघेल व ग्राम के निवासी उपस्थित थे। उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए सरपंच साहब सिंह राजपूत ने कहा की बाल मजदूरी, बाल श्रम के कारण छोटे-छोटे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है, क्योंकि जिस उम्र में उन्हें पढ़ना-लिखना चाहिये। उस उम्र में कुछ परिवार के बच्चे बाल मजदूरी श्रम में लग जाते हैं।
हम सबको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि हमारे आसपास रहने वाले परिवारों के बच्चे कहीं बाल मजदूरी में तो नहीं लगे हैं। अगर ऐसा कहीं दिखाई देता है तो उन परिवारों को समझाना चाहिए कि वह अपने बच्चों से बाल मजदूरी नहीं कराये, बाल मजदूरी एक दंडनीय अपराध है। सरपंच ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बच्चों से जबरजस्ती बाल श्रम कराता है, तो उनके लिए कानून में सजा का प्रावधान भी है। कार्यक्रम में सभाराम सिंह ने कहा कि हमें कोई अधिकार नहीं है कि हम बच्चों से उनका पढ़ने, खेलने का हक छीन ले, क्योंकि चाहे बाल श्रम हो, बाल विवाह, यह समाज के लिए एक बहुत कुरीती है।
इसके चलते बच्चों का बचपन छिन जाता है। हम सबको समाज में हो रहे बाल विवाह एवं बाल श्रम जैसी गतिविधियों पर मिलकर रोक लगाने की आवश्यकता है। इसके लिये हम सब लोगों में जन जागरूकता लेकर आये। इस अवसर पर सभी के द्वारा बाल विवाह के प्रति लोगों को जागरूक करने एवं अपने परिवार एवं आसपास में कहीं पर भी बाल विवाह नहीं होने देने का संकल्प लिया गया। इसके साथ ही इन मुद्दों के प्रति जनसमुदाय में जनचेतना जागृत करने के लिए लोग दृढ़ संकल्पित हुए।
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