इज ऑफ लिविंग में...
शहर को नंबर वन बनाने के लिये स्मार्ट सिटी की एक पहल !
ग्वालियर l 10-दिसम्बर-2022 l आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर निवास योग्य उत्तम शहरों की रैंकिंग के लिए होने वाले "इज ऑफ लिविंग-2022" सर्वेक्षण की शुरुआत हो चुकी है। इसके तहत भारत सरकार द्वारा निर्धारित वेब लिंक पर जाकर या क्यूआर कोड स्कैन कर हर नागरिक अपनी राय प्रश्नावली पर दर्ज कर सकता है। केन्द्र सरकार द्वारा देशभर में रहने लायक शहरो के लिये कराये जा रहे इंडेक्स सर्वे में (इज आँफ लिविंग) नागरिको की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये स्मार्ट सिटी की टीम सक्रीय हो गई है उनके द्वारा शहर के अलग अलग हिस्सो में जाकर लोगों को जागरुक करने के अलावा होर्डिंग-बैनर पोस्टर लगवाये जा रहे है।
लोगो को इनके जरिये सर्वे के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस बार फीडबैक देने वाले हर नागरिक को ऑनलाइन प्रमाण पत्र भी सर्वेक्षण पूर्ण करते ही जारी किए जा रहे हैं। ग्वालियर स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती नीतू माथुर नें ग्वालियर के नागरिकों से सर्वेक्षण में सहभागिता की अपील करते हुये कहा कि वे बढ़चढ़ कर इस सर्वे में हिस्सा लें और अपनी राय दें। सरकार के पास जितना ज्यादा फीडबैक पहुंचेगा, उसी के आधार पर शहर की रैंकिंग भी तय होगी और भविष्य में उसी के आधार पर शहर के लिए योजनाएं बनाई जाएंगी।
सीईओ श्रीमती माथुर ने जानकारी देते हुये बताया कि "इज ऑफ लिविंग-2022" के सर्वेक्षण में सर्वे में शहर का हर एक नागरिक भाग ले सकता है। इस बार विभिन्न नागरिक सुविधाओं से जुड़े 17 प्रश्न पूछे जा रहे है, जिस पर नागरिकों को राय देनी है। इस हेतु आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी किए गए वेब लिंक https://eol2022.org/CitizenFeedback पर जाकर नागरिकों को स्वतः के संबंध में जानकारी देनी होती है, उसके पश्चात सर्वेक्षण के अंतर्गत पूछे गए सवाल पर अपनी राय दर्ज करनी होती है।
ये प्रश्न ग्वालियर शहर के सार्वजनिक परिवहन, आवास, पेयजल, विद्युत, शिक्षा, मनोरंजन, रोजगार, स्वच्छता, प्रदूषण आदि से जुड़ी है। इस सर्वेक्षण में देश के सभी महत्वपूर्ण निकाय भाग ले रहे है। नागरिकों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर निवास योग्य शहरों की रैंकिंग जारी होगी। नागरिक अपने सुझाव सीधे क्यूआर कोड स्कैन कर भी दे सकते हैं। ईज ऑफ लिविंग रैकिंग के लिए ऑनलाइन सर्वे 23 दिसंबर तक चलेगा l
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