चाहकर भी झंडा नहीं फहरा सके दलित पंचायत प्रमुख !

देश में चल रहे अमृत महोत्सव के बीच ओछी और रूढ़िवादी तस्वीर

चाहकर भी झंडा नहीं फहरा सके दलित पंचायत प्रमुख !


भितरवार। देश में चाहकर भी ध्वजारोहण नहीं कर पा रहे हैं दलित, आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी देश के सामने ये कैसी रूढ़िवादिता सामने आ रही है एक तरफ तो हम आजादी का 75 वा अमृत महोत्स्व मन रहे हैं वही कुछ ओछी मानसिकता और पशुवृत्ति  के लोग इस प्रकार के कार्यो को अंजाम दे रहे हैं ऐसा कैसे हो पा रहा है सरकारें ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही कर लगाम क्यों नहीं लगा पा रहीं इस पर तो सरकार की मंशा पर भी सवाल उठना लाज़मी है l 

दलित सरपंच को स्वतंत्रता दिवस पर झंडा वंदन ना करने देने की सूचना प्रशासन को ना देने पर सचिव के खिलाफ हुई कार्रवाई। जिला पंचायत सीईओ आशीष तिवारी ने पंचायत सचिव अलादीन खान को तत्काल प्रभाव से दोषी मानते हुए किया निलंबित। भितरवार जनपद पंचायत के अंतर्गत ग्राम पंचायत बडेरा भारस पंचायत में 15 अगस्त को सरपंच के साथ हुआ था l

यह भेदभाव पूर्ण व्यवहार। दीवार को देखकर यही प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं जातिवाद एक बार फिर से सिर उठा रहा है जिसे यदि समय रहते नहीं कुचला गया तो समाज का विघटन तय है लोगों के बीच आपसी क्लेश और भेदभाव इसी प्रकार बढ़ता रहा तो यह की देश एकता और अखंडता के लिए भी ठीक नहीं है। सरपंच ने पंचायत सचिब पर पंचायत भवन पर ध्वजारोहण न करने के लगाए थे आरोप।


Comments