प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर !

कई जिलों में बारिश ने आम जनजीवन को किया अस्त-व्यस्त…

ग्वालियर-चंबल संभाग में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर !

प्रदेश के ग्वालियर-चंबल में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। चंबल नदी का जलस्तर 4 मीटर बढ़ गया है। शिवपुरी, दतिया, भिंड और श्योपुर में बुधवार-गुरुवार की रात से बारिश का दौर जारी है। कोटा बैराज से छोड़े गए 12 हजार क्यूसेक पानी और बारिश के असर से मुरैना में राजघाट पर चंबल का जलस्तर 4 मीटर बढ़ गया है। यहां नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 11.5 मीटर नीचे है। श्योपुर में पार्वती और अमराल नदी उफान पर है। श्योपुर से कोटा हाईवे बंद हो गया है। मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड और बघेलखंड के साथ इंदौर-भोपाल में भी तेज बारिश होने की चेतावनी दी है। 

पूरे प्रदेश में मानसून एक्टिव रहेगा। अगले कुछ दिन तक बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने रीवा, नर्मदापुरम, चंबल और ग्वालियर संभागों के जिलों के अलावा अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सागर, छतरपुर, विदिशा, बुरहानपुर और खंडवा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में भी बारिश हो सकती है। डिंडोरी-मंडला जिले में अच्छी बारिश से नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया है। इससे जबलपुर से 20 किमी दूर भेड़ाघाट में नर्मदा नदी के धुआंधार जलप्रपात की खूबसूरती और बढ़ गई है। 

यहां 50 फीट ऊंचाई से नर्मदा की धारा विश्व स्तरीय संगमरमर की चट्‌टानों पर गिर रही है। नर्मदा की धारा के इस बहाव से पानी के कण धुएं जैसे दिखाई देते हैं, इसलिए इसे दूध धारा भी कहा जाता है। यहां 15 जून से 15 अक्टूबर तक पर्यटकों का जाना प्रतिबंधित रहता है, लेकिन इस बार बारिश देर से होने से अभी यहां सैलानी पहुंच रहे हैं। सतना जिले के मझगवां में 4 घंटे में 5 इंच मूसलाधार बारिश से गुरुवार दोपहर धारकुंडी स्थित श्रीपरम हंस आश्रम धारकुंडी में सैलाब आ गया। 

इस आश्रम में अनेक साधु-संत रहते हैं। गनीमत थी कि सैलाब दोपहर 4 बजे के करीब आया। किसी भी प्रकार की जन-धन हानि नहीं हुई, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 30 फीट ऊंचाई से नीचे गिर कर बहते पानी काे जिसने देखा कांप उठा। दो-तीन दिन से भोपाल, इंदौर में तेज बारिश थमी है। रिमझिम बारिश हो रही है, लेकिन अब यहां भी तेज बारिश होने के आसार है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया, बारिश की खाड़ी से नया सिस्टम बनने से 22 जुलाई से पूरे प्रदेश में फिर से तेज बारिश होगी। प्रदेश में नर्मदा, ताप्ती, बेतवा, शिप्रा समेत कई नदियां उफान पर है। कई जिलों में बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।

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