शहर में हर माह जारी हो रहे 30000 से अधिक फॉल्स बिजली बिल

ऊर्जा मंत्री के गृह जिले में बड़ी गड़बड़ी…

शहर में हर माह जारी हो रहे 30000 से अधिक फॉल्स बिजली बिल

ग्वालियर। शहर में हर महीने बिजली कंपनी 30 हजार से अधिक फॉल्स बिलों को जनरेट कर रही है। यानी ऐसे उपभोक्ताओं के नाम पर बिजली बिल जनरेट हो रहे हैं, जो वास्तव में ग्राउंड पर है ही नहीं। बिजली कंपनी के अधिकारी नाम गोपनीय रखने की शर्त पर दैनिक भास्कर से बातचीत में स्वीकार रहे हैं कि शहर में बड़े पैमाने पर ऐसे घर, दुकान हैं, जो बंद हो चुके हैं या खंडहर पड़े हैं और बिजली कंपनी ने भी उनके कनेक्शन काट दिए हैं। लेकिन उपभोक्ता ने कनेक्शन को हटाने आवेदन नहीं दिए और हमने भी कोई स्क्रूटनी नहीं की। दीनदयाल नगर, पिंटो पार्क, हुरावली, बारादरी, सिटी सेंटर क्षेत्र में ऐसे सैकड़ों उपभोक्ता हैं, जिनके नाम पर फॉल्स बिलिंग जनरेट हो रही हैं। ज्यादातर एक लाख रुपए और उससे अधिक के बकायादार उपभोक्ता हैं। बिजली कंपनी फॉल्स उपभोक्ताओं के नाम पर अब तक 110 करोड़ रुपए के बिजली बिल जारी कर चुकी है। यह सभी बिल आकलित खपत के आधार पर जारी होते हैं। 

किसी पर दो हजार रुपए तो किसी पर 5 हजार रुपए का आकलित खपत दिखाया जाता है। चूंकि जिन घरों, दुकानों पर यह बिल पहुंचते हैं, वहां कोई रहता नहीं है तो ऐसे में हर महीने यह बकाया राशि जुड़कर बिल आते रहते हैं। ऐसे में न सिर्फ संबंधित उपभोक्ता के नाम पर कंपनी का बकाया राशि दर्ज होती जाती है बल्कि कंपनी के खुद के रिकॉर्ड में बकाया राशि का हिसाब बढ़ता जाता है। ऊर्जा मंत्री के संज्ञान में यह मामला आ चुका है। खुद ऊर्जा मंत्री ने भास्कर को स्पष्ट किया है कि यह समस्या सिर्फ ग्वालियर शहर की नहीं बल्कि मप्र के हर शहर की है। यानी मध्य क्षेत्र, पश्चिम क्षेत्र और पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में बांटे गए मप्र के सभी शहरों में फॉल्ट बिलिंग जनरेट हो रही है। जिन उपभोक्ताओं ने अपने घर, दुकान खाली कर दिए हैं या अन्य शहरों में शिफ्ट हो गए हैं या मृत हो चुके हैं। उनके विधिवत रूप से बिजली कंपनी से कनेक्शन हटाने के आवेदन नहीं पहुंचे हैं। जिससे वे रिकॉर्ड में अभी भी चढ़े हुए हैं। दूसरी ओर बिजली कंपनी ने भी ऐसे मामलों की स्क्रूटनी करके उनको रिकॉर्ड से हटाया नहीं। 

  • 2,72,000 ग्वालियर में कुल उपभोक्ता
  • 30,000 उपभोक्ताओं को जारी हो रहे हर माह फॉल्स बिल
  • 110 करोड़ के फॉल्स बिल कई साल से लगातार जारी हुए
  • 30 मई तक बिलों को ठीक करने का अल्टीमेटम

यह मामला गंभीर है। मुझे हाल ही में इसकी जानकारी मिली है। जिसके तुरंत बाद मैंने मध्य क्षेत्र, पूर्व क्षेत्र और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनियों के एमडी को निर्देश जारी किए हैं कि 30 मई तक बिलों को लेकर जितने प्रकार की गड़बड़ियां हो रही हैं, उनको दुरुस्त किया जाए, जिसमें सबसे प्रमुख है फॉल्ट बिलों के जनरेट होने को बंद करना - प्रद्युम्न सिंह तोमर, ऊर्जा मंत्री, मप्र

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