हमारी जान के लिए पुलिस ने अपनी जान दाव पर लगाकर बदली छवि : गृह मंत्री मिश्रा

पुलिस महकमे में 6 हजार भर्तियां प्रक्रियाधीन, जल्द होगी भर्ती…

हमारी जान के लिए पुलिस ने अपनी जान दाव पर लगाकर बदली छवि : गृह मंत्री मिश्रा

 

शिवपुरी। शुक्रवार को शिवपुरी पधारे गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से संक्षप्ति चर्चा करते हुए कहा कि कोरोना काल में हमारी जान की सुरक्षा के लिए पुलिस ने अपनी जान दांव पर लगाकर महकमे की छबि पूरी तरह बदल दी है। उन्होंने चंद लाइनों में पुलिस के विषम परिस्थतियों में दिए गए अभूतपूर्व योगदान को बताते हुए कहा कि जब लॉक डाउन में बस, ट्रेन और चौराहे के साथ-साथ सबकुछ बंद था तब पुलिस पूरी मुश्तैदी के साथ नागरिकों की सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात ड्यूटी कर रही थी। पुलिस ने सामुदायिक संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन को सफल बनाकर कोरोना महामारी को फैलने से बहुत हद तक रोक लिया। मानवता और सेवा की जो मिसाल पुलिस ने सभी के समक्ष प्रस्तुत की है वह सराहनीय होने के साथ-साथ इतिहास में सदा याद रखी जाएगी। प्रत्येक नागरिक का यह अनुभव रहा है कि पुलिस ने सेवा के सारे रिकॉर्ड कोरोनाकाल में तोड़कर रख दिए थे।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि पुलिस महकमे में 6 हजार भर्तियाें की प्रक्रिया शुरू होने के साथ परीक्षा भी हो गई है जल्द ही इन पदों पर भर्ती होगी। उन्होंने बताया कि कमिश्नर प्रणाली की शुरूआत मप्र में हो गई है। उन्होंने बताया कि शिवपुरी में पुलिस क्वाटरों का काम इस महीने में पूरा हो जाएगा। पुलिस के फिट होने से संबंधित सवाल का जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस फिट है। उनके साथ बैठे एसपी राजेशसिंह चंदेल की तरफ उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि आप देख लो हमारे एसपी पूरी तरह फिट हैं। सर्किट हाउस में गृह मंत्री के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम, भाजपा उपाध्यक्ष हेमंत ओझा, वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश ओमी, धैर्यवर्धन शर्मा, महामंत्री सोनू बिरथरे, मीडिया प्रभारी विकास दंडौतिया के अतिरिक्त पूनम पुरोहित भी मौजूद थीं।

गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा चौराहे पर अपने प्रवास के दौरान विष्णु चाय सेंटर पर चाय पीने पहुंचे। कार्यक्रम की जानकारी पर गृह मंत्री के समर्थकों का बड़ा जमाबड़ा चाय के होटल पर पहले ही लग गया था। यहां गृह मंत्री ने आत्मीयता के साथ होटल संचालक से कहा कि ज्यादा चाय बना लो मुझे न्यौता है तो मेरे चाहने वाले तो मेरे साथ ही चलेंगे। यहां गृह मंत्री को चाय की चुस्कियों के साथ-साथ ड्राय फूड भी दिए गए जो उन्होंने उनसे मिलने आए आम लोगों को भी बड़ी आत्मीयता के साथ बांट दिए।  यहां गृह मंत्री से पार्क के समीप जमीन पर बैठकर काम करने वाली पटवा महिलाओं ने भी बातचीत की जिन्हें गृह मंत्री ने ह्दय से लगाकर यह विश्वास दिलाया कि आपके सुख-दुख में मैं हमेशा आपके साथ हूं।

गृह मंत्री जब शिवपुरी पधारे तो उनके सभी निर्धारित कार्यक्रम स्थलों पर समस्यार्थियों ने उनसे अपनी समस्या के समाधान के लिए संपर्क किया। आधे से अधिक समस्याओं का समाधान उन्होंने मौके पर ही संबंधित को मोबाइल लगाकर किया। श्योपुर पुलिस से जुड़ी एक समस्या के समाधान के लिए जब मुन्नी शर्मा ने उनसे आग्रह किया तो उन्होंने कहा कि श्याेपुर एसपी को तो अभी ही हटाया है। उन्होंने इस जानकारी के साथ ही श्योपुर एसपी को फोन लगाकर समस्या के समाधान के लिए निर्देशित किया और मुन्नी शर्मा से कहा कि आपके आवेदन पर मेरे हस्ताक्षर हैं। कल एसपी के जाने से पहले अपने काम के लिए मिल लो। गृह मंत्री के समक्ष एक बर्खाश्त आरक्षक महिला ने भी अपनी पीड़ा सुनाते हुए उनसे मदद मांगी जिस पर गृह मंत्री ने तत्काल डीजीपी को फोन लगाया और महिला से कहा कि मेरा नाम लेकर मिल लेना। याद रखना मेरा नाम नरोत्तम है।

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