क्राइम ब्रांच ने 40 लाख रुपए की स्मैक सहित बदमाश को किया गिरफ़्तार

मैनपुरी से लाया था नशे की बड़ी खैप…

क्राइम ब्रांच ने 40 लाख रुपए की स्मैक सहित बदमाश को किया गिरफ़्तार

 

ग्वालियर में सफेद जहर की एक बहुत बड़ी डील होने से पहले पुलिस ने शातिर बदमाश को पकड़ लिया है। बदमाश के पास से 370 ग्राम स्मैक मिली है। जिसकी बाजार में कीमत लगभग 40 लाख रुपए बताई जा रही है। पकड़ा गया स्मैक तस्कर खानदानी स्मैक तस्कर है। उसके पिता चाचा भी स्मैक तस्करी में कई बार पकड़े जा चुके हैं। वर्ष 2021 में प्रशासन ने एंटी ड्रग माफिया एक्शन के चलते उनके मकान को भी ध्वस्त किया था। पकड़े गए तस्कर ने कुबुल किया है कि वह मैनपुरी यूपी से यह माल लेकर आया था। उसके टारगेट युवा नशेड़ी हुआ करते हैं। पुलिस पता लगा रही है कि वह किन लोगों को स्मैक की डिलीवरी देने वाला था। ग्वालियर पुलिस काफी समय से लगातार स्मैक तस्करों पर कार्रवाई कर रही है। इसके लिए पुलिस ने एक एंटी माफिया हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया था।

जिस पर भी लगातार सूचना मिलती रहती है। मंगलवार को एसएसपी ग्वालियर अमित सांघी को सूचना मिली थी कि मैनपुरी से बहुत बड़ी मात्रा में स्मैक लेकर एक तस्कर ग्वालियर चुका है। शाम के समय यह इंदरगंज इलाके में मोटे महादेव मंदिर के पास इस स्मैक की डील करने वाला है। यह सूचना मिलते ही ASP क्राइम ब्रांच राजेश दंडौतिया ने क्राइम ब्रांच और इंदरगंज थाना पुलिस को स्मैक तस्कर की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया। इंदरगंज थाना प्रभारी मिर्जा आसिफ बेग और क्राइम ब्रांच टीआई डीपी गुप्ता ने अलग-अलग टीमें बनाकर मोटे महादेव मंदिर के पास घेराबंदी कर दी। तभी एक युवक मुखबिर के बताए हुलिया जैसा वहां आया। जिस पर पुलिस ने उसे पहचान करने के बाद हिरासत में ले लिया। पकड़े गए युवक की पहचान इलाके के स्मैक किंग बहादुर खान के बेटे अनीष खान निवासी गैंडेवाली सड़क के रूप में हुई है। उसके पास से मिली पॉलीथिन को चेक करने पर उसमें से 370 ग्राम स्मैक मिली है। बाजार में इस स्मैक की कीमत लगभग 40 लाख रुपए बताई गई है।

अनीष से पूछताछ की जा रही है। पकड़ा गया स्मैक तस्कर ने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि वह यह स्मैक की खैप लेकर मैनपुरी इटावा से लेकर आया था। यहां यह माल उसे कुछ छोटे स्मैक तस्करांे को देना था। कुछ नाम उसने पुलिस को बताए हैं। इन स्मैक तस्करों की तलाश भी की जा रही है। स्मैक तस्कर ने बताया कि उनके टारगेट युवा स्मैक तस्कर होते थे। इनसे उनको अच्छा पैसा मिल जाता था। अनीष बीते साल मुरैना में भी 300 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा गया था। तब उसे छह महीने जेल में गुजारने पड़े थे। अभी कुछ समय पहले ही वह जेल से बाहर आया था और फिर स्मैक के कारोबार में लग गया। आरोपी अनीष के घर में चाचा, पिता सभी स्मैक की तस्करी करते हैं। इस कारण एंटी ड्रग माफिया अभियान में बीते साल उनका गैंडेवाली सड़क पर बना उनका मकान भी तोड़ा गया था।

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