जिले के 435 सेवाभावी नागरिक आए आगे आए…
ग्वालियर जिले में भी चल रहा है एडॉप्ट एन आँगनबाड़ी अभियान
ग्वालियर। ग्वालियर जिले में भी समुदाय की भागीदारी से आँगनवाड़ी केन्द्रों को सुदृढ़ करने के लिए ''एडाप्ट एन आँगनवाड़ी'' अभियान चलाया जा रहा है।अब तक जिले के 435 सेवाभावी नागरिक अर्थात सहयोगी इस पुनीत अभियान में अपना पंजीयन करा चुके हैं। महिला बाल विकास विभाग द्वारा पंजीयन करा चुके सभी सहयोगियों से संबंधित आँगनवाड़ी केन्द्र में आवश्यक सहयोग के लिए सहमति प्राप्त की जा रही है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री राजीव सिंह ने बताया कि हर सहयोगी अपनी पंसद के आंगनबाड़ी केन्द्र को एक तरह से गोद लेकर उसके सुदृढ़ीकरण में अपना योगदान देंगे। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 1459 आँगन बाड़ी केन्द्र हैं। इनमें से 435 आँगनबाड़ी केन्द्रों के लिए सहयोगियों द्वारा अपना पंजीयन करा लिया है। शेष आंगनबाड़ियों के लिए भी सेवाभावी नागरिकों को जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
''एडाप्ट एन आँगनवाड़ी'' अभियान में आँगनवाड़ी केन्द्रों को अपनाने के लिए जन- प्रतिनिधि, शासकीय सेवक, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन, गैर शासकीय संस्थाएँ, आद्यौगिक संस्थाएँ और अन्य संगठन आँगनवाड़ी संचालन, पोषण सुधार एवं अधो-संरचना आदि गतिविधियों में सहयोग कर सकते है। आँगनवाड़ी केन्द्र को एक वर्ष के लिए एडाप्ट किया जायेगा। संबंधित व्यक्ति आँगनवाड़ी केन्द्र से ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन सम्पर्क कर सकेंगे। आँगनवाड़ी केन्द्रों को अपनाने के लिए आँगनवाड़ी भवन एवं परिसर के लिए भूमि, आँगनवाड़ी भवनों और कक्षों का निर्माण, पूर्व से निर्मित भवनों का सुधार, रंग-रोगन, पूर्व से निर्मित भवनों की बाउण्ड्री-वाल का निर्माण, केन्द्र में हैण्ड पम्प की स्थापना, बच्चों के लिए सुलभ शैाचालय, आउटडोर एवं इंडोर खेल सामग्री का प्रदाय, बच्चों को यूनिफार्म उपलब्ध कराना, केन्द्र के संचालन में आवश्यक सामग्री जैसे पंखा, घड़ी, फर्नीचर, बर्तन आदि उपलब्ध करा सकते है।
साथ ही जन-प्रतिनिधि बच्चों को
पोषण सुधार के
लिए आवश्यक वित्तीय
अथवा पोषण सामग्री
का प्रदाय, अति
कम वजन वाले
बच्चों को पोषण
पुनर्वास केन्द्रों में भेजने
के लिए आवश्यक
सहयोग तथा उसके
परिवार को आवश्यकतानुसार
वित्तीय सहयोग कर सकते
है। ''एडाप्ट एन
आँगनवाड़ी'' अभियान में सहयोग
करने के लिए
कोई भी व्यक्ति
मोबाइल नम्बर 8989622333 पर मिस्ड
कॉल कर पंजीयन
करा सकता है।
गणतंत्र दिवस पर
प्रदेश की जनता
के नाम संदेश
में भी प्रदेशवासियों
से अपील की
थी, कि बच्चों
के पोषण आहार
के व्यवस्थित वितरण
और कुपोषण को
दूर करने के
लिए आँगनवाड़ी केन्द्र
गोद लिये जाये।
उन्होंने कहा कि
बच्चों को स्वस्थ्य
रखने के लिये
आँगनवाड़ी केन्द्रों में संचालित
गतिविधियों में जन-भागीदारी जुड़ेगी तो
परिणाम और बेहतर
मिलेंगे।
0 Comments